वैशाली में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत!, बिहार में जहरीली शराब से लोग बेहाल
By एस पी सिन्हा | Published: December 5, 2021 06:55 PM2021-12-05T18:55:56+5:302021-12-05T18:58:08+5:30
वैशाली जिले के तिसीऔता थाना क्षेत्र के पदमौल में संदिग्ध परिस्थिति में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार परिजन जहरीली शराब पीने से ही मौत की बात बता रहे हैं तो वही पुलिस प्रशासन इन बातों से इनकार कर रही है.
पटनाः बिहार में शराबबंदी को कामयाब बनाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व मद्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं.
राज्य के विभिन्न जगहों पर जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब वैशाली जिले के तिसीऔता थाना क्षेत्र के पदमौल में संदिग्ध परिस्थिति में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार परिजन जहरीली शराब पीने से ही मौत की बात बता रहे हैं तो वही पुलिस प्रशासन इन बातों से इनकार कर रही है.
मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुट गई है. प्रशासन के द्वारा मौत का कारण ठंड लगने और हार्ट अटैक बताया जा रहा है. वहीं, इन मौतों के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा हुआ है, स्थानीय लोगों की मानें तो यहां शराब का कारोबार खूब फल फूल रहा है औऱ मौत का कारण भी जहरीली शराब ही है.
मृतक के परिजनों ने बताया है कि ये लोग अक्सर शराब पिया करते थे. मृतक अर्जुन झा के परिजनों ने तो पुलिस प्रशासन के सामने ही कह दिया कि मौत के पीछे का कारण जहरीली शराब ही है. ऐसे में जहरीली शराब से मौत की घटना होने की खबर से पुलिस-प्रशासन के हांथ- पैर फूल गये हैं.
बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलते ही महुआ एसडीपीओ पूनम केसरी मामले की जांच पड़ताल करने पहुंची. इसके बाद जिले के एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गये. मृतक अर्जुन झा के परिजनों ने बताया कि जिस दिन गांजा नहीं पीते थे उस दिन शराब पीते थे. शराब पीकर आए तो उल्टी हुआ, दवाई दिए, लेकिन पचा तो डॉक्टर से इलाज कराये, सोंचे कि बाहर इलाज के लिए ले जाएंगे.
लेकिन उससे पहले ही उनकी मौत हो गई. महिला ने बताया कि मृतक मेरी बहन का भैसूर थे. वहीं, मृतक अर्जुन झा के छोटे भाई की पत्नी अर्चना झा ने बताया गांजा, दारू(शराब) पीते थे. दमा की बीमारी थी. दारू नशा के कारण ही उनकी मौत हुई है. वहीं, ग्रामीणों का भी कहना है कि ठकौली दारू(शराब) का अड्डा है.
कितना आदमी अभी और मरेगा. प्रशासन कुछ भी नहीं करता है. आता है, गाड़ी घुमा देता है और चला जाता है. जबकि पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पडताल की गई है. मृतक के भाई ने यह बयान दिया है कि मृतक साल भर से बीमार चल रहा था. हार्ट के पेशेंट थे इलाज के लिए जा रहे थे, तभी उनकी रास्ते में ही मौत हो गई. इसतरह से अब पुलिस शराब से हुई मौत के मामले पर पर्दा डालने में जुट गई है.