बिहार की जेलों में छापेमारी, बेउर जेल में बंद पूर्व सांसद विजय कृष्ण के पास से मोबाइल, सिम कार्ड और लाल डायरी बरामद, अधिकारी हैरान
By एस पी सिन्हा | Published: March 3, 2021 03:55 PM2021-03-03T15:55:21+5:302021-03-03T15:57:20+5:30
बेगूसराय मंडल कारा में भी डीएम,एसपी और एसडीओ के नेतृत्व में सुबह-सुबह दबिश दी गई।
पटनाः बिहार में आज सुबह-सुबह लगभग सभी जेलों में छापा मारा गया। कई जेलों में बडे़ पैमाने पर आपत्तिजनक सामान मिलने की खबर है।
राजधानी पटना के सबसे बडे़ जेल बेउर में भी छापा मारा गया। पटना की बेउर जेल में छापेमारी करने पहुंची प्रशासन की टीम को उस समय अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब यहां जेल गेट खोलने में काफी देरी की गई। इसके बाद अंदर दाखिल प्रशासन की टीम को कुछ भी हाथ नहीं लगा तो छापेमारी बंद कर बाहर निकल गई।
लेकिन थोड़ी ही देर बाद टीम ने जेल में दोबारा छापेमारी कर दी। इस दौरान पूर्व सांसद विजय कृष्ण के वार्ड से कई आपत्तिजनक चीजें मिलने की बात सामने आ रही है। जेल सूत्रों के अनुसार ट्रांसपोर्टर सत्येंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व सांसद विजय कृष्ण के पास से मोबाइल, सिम कार्ड और लाल डायरी मिली है।
डायरी में दर्जनों लोगों के नंबर
इस डायरी में दर्जनों लोगों के नंबर हैं। इसके अलावा पांच बैंक अकाउंट की डिटेल जानकारी भी मिली है। इस मामले को लेकर विजय कृष्ण के खिलाफ बेउर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। अब उन फोन नंबरों के साथ ही इस बात की भी जांच की जायेगी कि पूर्व सांसद इनमें से किन लोगों से संपर्क में रहे हैं।
इसके साथ ही जेल से दो और मोबाइन फोन बरामद किया गया है। अभी तक मिली सूचना के अनुसार पटना की बेउर जेल के साथ ही बक्सर और मोतिहारी केंद्रीय कारा के अलावा गया जिले के शेरघाटी, औरंगाबाद जिले के दाउदनगर, रोहतास जिले के सासाराम, आरा, जहानाबाद, कटिहार, सिवान, छपरा, बेगूसराय और नवादा मंडल कारा में भी छापेमारी हुई है, इस दौरान मोबाइल फोन, चार्जर, चाकू और तंबाकू जैसी कई तरह की बडे़ पैमाने पर आपत्तिजनक चीजें बरामद होने की खबर है।
अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए
वहीं, नवादा में मंडल कारा में भी छापेमारी की गई। इस दौरान डीएम यश पाल मीणा, एसपी धूरत सयाली सांवलाराम समेत कई अधिकारियों ने जेल के विभिन्न वार्डों की तलाशी ली। दो घंटे से अधिक समय तक छापेमारी के दौरान 9 मोबाइल, 4 चार्जर, 3 बैट्री समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए किए गए हैं। इतनी संख्या में मोबाइल बरामदगी के बाद अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए।
सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती ने कहा कि निश्चित तौर पर इसमें जेल प्रशासन की लापरवाही है। इस सम्बंध वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। मोबाइल बरामदगी को लेकर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है, वहीं औरंगाबाद के दाउदनगर उपकारा में छापेमारी के दौरान तीन मोबाइल और चार चार्जर जब्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पटना स्थित बेउर जेल का एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी। इस वीडियो में साइबर क्राइम के आरोप में राजस्थान निवासी एक अपराधी को कुछ कैदी कान पकड़वाकर उठक बैठक करा रहे थे। वहीं इस दौरान सेल में बंद किसी अन्य कैदी ने इसका वीडियो बना लिया था, जिसके वायरल होने के बाद यह सवाल उठने लगा था कि आखिर जेल में कैदियों के पास मोबाइल कैसे रहता है?
वार्ड ऐशो-आराम का पूरा इंतजाम
वायरल हुए वीडियो में यह साफ-साफ नजर आ रहा था कि किस तरह दबंग और बाहुबली कैदी अपने रसूख का फायदा उठा रहे हैं। इन कैदियों ने जेल के वार्ड को अपनी सुविधा के अनुसार होटल के कमरे की तरह आलीशान बना दिया है, वीडियो में एक वार्ड ऐशो-आराम का पूरा इंतजाम दिखाई दे रहा था, यहां अच्छे गद्दे और कंबल रखे दिख रहे थे।
एक कलर टीवी और होम थिएटर भी है और दो कैदी आराम से टीवी देखकर मनोरंजन कर रहे हैं. इसके साथ ही साथ जमीन पर फ्लोर मैट बिछा हुआ है, जो कि घरों में भी कम ही इस्तेमाल होता दिखाई देता है. वार्ड के एक तरफ बाकायदा मंदिर बना हुआ है, जिसमें पूजा पाठ से जुडे़ सभी सामान रखे हुए हैं।
दबंग कैदी एक अन्य अपराधी से उठक बैठक करा रहे थे
इसके अलावा काफी सारा गैर जरूरत का सामान भी करीने से सजा नजर आ रहा था, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि किस तरह जेल के अंदर होटल जैसी सुविधा मिल रही है और कैदी आराम फरमा रहे हैं। इसके अलावा एक और वीडियो यह भी रहा, जिसमें दबंग कैदी एक अन्य अपराधी से उठक बैठक करा रहे थे।
यह अपराधी कुणाल शर्मा है, जिसे काफी तलाश के बाद पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है। कुणाल शर्मा साइबर अपराध करने वाले गैंग का सरगना है और उसने साइबर अपराध करने के लिए एक साल मलेशिया में ट्रेनिंग भी ली है, यह वीडियो कुणाल शर्मा के परिजनों ने ही शेयर किया है, जिसमें उससे अन्य कैदी उठक बैठक लगवा रहे हैं।