बरेलीः नेपाली सुष्मिता सारू मागर हाथ जोड़कर कर थी विनती, मैं चोर नहीं हूं?, नौकरी खोज रही हूं, भीड़ ने पीटा, 4 अरेस्ट, जीवन से जूझ रही महिला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 3, 2025 11:24 IST2025-08-03T11:17:39+5:302025-08-03T11:24:40+5:30
बरेलीः शनिवार रात करीब एक बजे जब फोन पर बात करते हुए वह छत पर, तब कुछ लोगों ने उसे चोर समझ लिया। किला थाने के अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने शोर मचाया।

सांकेतिक फोटो
बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली में नौकरी की तलाश में एक नेपाली महिला को भीड़ ने कथित तौर पर चोरी के शक में पीट दिया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि नेपाल के पोखरा जिले की रहने वाली सुष्मिता सारू मागर उर्फ काजल नाम की महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, महिला बारादरी में अपने एक परिचित विनय गंगवार के घर पर थी। शनिवार रात करीब एक बजे जब फोन पर बात करते हुए वह छत पर, तब कुछ लोगों ने उसे चोर समझ लिया। किला थाने के अधिकारियों ने बताया कि लोगों ने शोर मचाया।
टॉर्च की रोशनी में उसे देखा और उसका पीछा किया। उन्होंने कहा कि डरकर उसने छत का दरवाजा खोलने की कोशिश की, ऐसा न कर पाने पर वह घबराहट में छत से कूद गई और जमीन पर गिर गई। अधिकारियों ने कहा कि इसके बाद भीड़ ने उसे लाठियों से पीट दिया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
जिसमें महिला हाथ जोड़कर विनती करती दिख रही है और बार-बार कह रही है, "मैं चोर नहीं हूं," लेकिन भीड़ उस पर हमला करती रही। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीक ने कहा कि वीडियो और पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और चार आरोपियों गौरव सक्सेना, शिवम सक्सेना, अमन सक्सेना और अरुण सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बाकी आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह नोएडा में काम करती थी, लेकिन उसकी नौकरी छूट गई थी और वह काम की तलाश में एक परिचित के माध्यम से बरेली आई थी। पुलिस के अनुसार महिला ने बताया कि हमले के दौरान उसके दो दांत टूट गए और पैर में चोट आईं। पुलिस ने हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।