Badaun: शिकार करने का शौक?, हिरण मारकर मांस खाने की दावत!, हिरण का सिर गायब और खाल वन्यजीव तस्करों को बेची, वन दारोगा पर गंभीर आरोप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 25, 2024 15:01 IST2024-09-25T15:00:10+5:302024-09-25T15:01:22+5:30
बदायूंः प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) प्रदीप कुमार वर्मा ने बुधवार को बताया कि वन उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार को बिल्सी क्षेत्र के बेहटा गुसाई में एक मृत हिरण की सूचना मिली थी, जिसे बिना पोस्टमार्टम के ही दफना दिया गया था।

सांकेतिक फोटो
बदायूंः बदायूं जिले में वन विभाग की एक नर्सरी में कथित रूप से हिरण के अवशेष पाये गये हैं। आरोप है कि महकमे के एक अधिकारी ने हिरण को मारकर उसके मांस की दावत की। मामले की जांच की जा रही है। प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) प्रदीप कुमार वर्मा ने बुधवार को बताया कि वन उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार को बिल्सी क्षेत्र के बेहटा गुसाई में एक मृत हिरण की सूचना मिली थी, जिसे बिना पोस्टमार्टम के ही दफना दिया गया था। मामले में जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने दफन किये गये हिरण के अवशेष बाहर निकालकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिये भेजा है। यह मामला मंगलवार को तब सामने आया जब पीपुल फॉर एनीमल (पीएफए) संस्था के जिलाध्यक्ष विकेन्द्र शर्मा ने वन उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार पर हिरण को मारकर उसके मांस की दावत देने का आरोप लगाया और दावा किया कि कुमार ने अपने दोस्तों की दावत करने के बाद हिरण के अवशेषों को मुजरिया थाना क्षेत्र के कौल्हाई गांव में स्थित वन विभाग की नर्सरी में दफना दिया।
उन्होंने दावा किया कि हिरण का सिर गायब है और उसकी खाल वन्यजीव तस्करों को बेच दी गयी है। इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर प्रभागीय वनाधिकारी वर्मा ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं देते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।