नई दिल्ली: अयोध्यारेप केस में 2 अगस्त को एफआईआर दर्ज होने के बाद जिला प्रशासन ने शनिवार को बुलडोजर चलाकर आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान की बेकरी को जमींदोज कर दिया। इस बीच, यूपी सरकार ने थाना और चौकी प्रभारियों को भी निलंबित कर दिया है। भदरसा के जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नायर बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे और संपत्ति की पैमाइश की गई। इसके बाद बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू की गई। अयोध्या के जिलाधिकारी ने बताया, "मोईद खान की बेकरी को ध्वस्त कर दिया गया है।"
सिंह ने बताया, "बेकरी में एक बड़ा कमरा और एक छोटा कमरा था। यह अवैध रूप से तालाब के ऊपर बनाया गया था, जिसे ध्वस्त कर दिया गया है।" इससे पहले आज अयोध्या गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी पर खाद्य सुरक्षा उपायुक्त ने छापा मारा। खाद्य सुरक्षा उपायुक्त ने बेकरी में बनने वाले उत्पादों की जांच के आदेश दिए। मोईद खान भदरसा में 'एवन बेकरी' नाम से बेकरी चलाते हैं।
बता दें कि अयोध्या के भदरसा क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी, जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी अचानक हरकत में आ गई। मुकदमा दर्ज करने में देरी और त्वरित कार्रवाई न करने पर जहां पुलिस चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं मुख्य आरोपी मोईद की संपत्ति की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधी चाहे किसी भी पार्टी का हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुष्कर्म के मामले में 30 जुलाई को अयोध्या जिले के पूरा कलंदर क्षेत्र से आरोपी मोईद और उसके कर्मचारी राजू खान को गिरफ्तार किया गया था।
2 अगस्त को उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या में 12 साल की बच्ची से कथित दुष्कर्म के मामले में नया मामला दर्ज किया। कोतवाली नगर क्षेत्र में दर्ज मामले में सपा नेता और नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य व्यक्ति पर पीड़िता के परिवार को मामले में समझौता करने के लिए धमकाने का आरोप है।