आंध्रप्रदेश: पुलिस निरीक्षक को धमकी देते हुए पशुपालन मंत्री का वीडियो हुआ वायरल, विपक्ष कर रहा है मंत्री के इस्तीफे की मांग
By आजाद खान | Updated: February 10, 2022 08:04 IST2022-02-10T07:54:51+5:302022-02-10T08:04:43+5:30
आंध्रप्रदेश के पशुपालन मंत्री सिदिरी अप्पाला राजू ने कहा, ‘‘निरीक्षक ने मंत्री के साथ बहुत रूख तरीके से बात की। उन्हें इस तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए।’’

आंध्रप्रदेश: पुलिस निरीक्षक को धमकी देते हुए पशुपालन मंत्री का वीडियो हुआ वायरल, विपक्ष कर रहा है मंत्री के इस्तीफे की मांग
विशाखापट्टनम: आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी की चार घंटे की यात्रा पुलिस के कथित अति उत्साह के कारण विवादों में घिर गई है। राज्य के पशुपालन मंत्री सिदिरी अप्पाला राजू द्वारा एक पुलिस निरीक्षक को धक्का देते और उसे गालियां देते हुए एक वीडियो सामने आया है। उससे पहले जब मुख्यमंत्री पहुंचे थे तब मंत्री के समर्थकों को आश्रम में नहीं जाने दिया गया था। विपक्षी दलों ने मंत्री को इस आचरण के कारण मंत्रिमंडल से हटाने की मांग भी की है।
क्या है मामला
विशाखापट्टनम हवाई अड्डे जाने वाली सड़क सील कर दी गयी थी, फलस्वरूप यात्री कई किलामीटर दूर तक फंस गये। उसके बाद यात्री विरोध में धरने पर बैठ गये और उन्होंने सवाल किया कि नियमित उड़ान पकड़ने के लिए उन्हें हवाई अड्डा जाने से कैसे रोका जा सकता है।
शराब की दुकान ही केवल खुले थे बाकी सब दुकान बंद किए गए थे
मुख्यमंत्री की यात्रा के लिए हवाई अड्डा-गोपालपलटनम-पेडुर्थी रोड पर सभी दुकानों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठन बंद कर दिये गये थे। दिलचस्प यह है कि एकमात्र सरकारी शराब दुकान खुली थी। इसका एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर काफी काफी तेजी से वायरल हो रहा था।
घटना पर क्या बोले विशाखापट्टनम के आयुक्त
विशाखापट्टनम के आयुक्त मनीष सिन्हा ने कहा कि हर चीज सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार की गई थी। सिन्हा ने कहा, ‘‘व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद नहीं किये गये थे। सुरक्षा नियमों के मुताबिक काफिले के गुजरने के दौरान हवाई अड्डा सड़क को बंद किया गया था।’’
आयुक्त ने मंत्री से जुड़ी घटना पर कहा कि उन्हें प्रवेश करने से नहीं रोका गया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके साथ चल रहे व्यक्तियों को रोका गया क्योंकि उनके पास आश्रम से जारी पास नहीं थे। मंत्री ने अकेला जाना पसंद नहीं किया और वह चले गये।’’
मुख्यमंत्री शारदा पीठम की वर्षगांठ में हिस्सा लेने के लिए आश्रम गये थे। राजू अपने समर्थकों के साथ आश्रम पहुंचे थे लेकिन केवल अकेले उन्हें ही अंदर जाने दिया गया। इस पर मंत्री नाराज हो गये और उन्हें सहायक पुलिस आयुक्त ने शांत किया।
मंत्री ने कहा, ‘‘ मेरे साथ दो या तीन सरकारी अधिकारी थे। उनमें एक को रोक दिया गया। मेरे मुंह पर गेट बंद कर दिया गया। उन्होंने (संबंधित पुलिसकर्मी ने) जानबूझकर ऐसा किया।’’
अप्पाला राजू ने आगे कहा, ‘‘ निरीक्षक ने मंत्री के साथ बहुत रूख तरीके से बात की। उन्हें इस तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए।’’ हालांकि उन्होंने कहा कि वह पुलिस अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई का दबाव नहीं बना रहे हैं।
विपक्ष ने मंत्री की निंदा की
प्रदेश भाजपा महासचिव एस विष्णुवर्द्धन ने पशुपालन मंत्री के बर्ताव की निंदा की और कहा कि उन्हें तत्काल मंत्रिमंडल से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि उनके विरूद्ध मामला दर्ज किया जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
मंत्री को बर्खास्त करने की भी मांग विपक्ष ने की है
विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी ने भी मांग की कि राजू को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। तेदेपा के वरिष्ठ नेता बी सत्यनारायण मूर्ति ने इस घटना पर चुप्प रहने को लेकर पुलिस महानिदेशक डी जी सवांग को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों के लिए असुविधा पैदा करने के लिए माफी मांगे।