अमृतसर मंदिर विस्फोटः मुख्य आरोपी गुरसिदक को मार गिराया?, पंजाब पुलिस ने ग्रेनेड हमले का मामला 48 घंटे में सुलझाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 17, 2025 13:39 IST2025-03-17T13:38:25+5:302025-03-17T13:39:24+5:30
Amritsar temple blast: अमृतसर में 15 मार्च को ठाकुरद्वार मंदिर के बाहर विस्फोट होने से मंदिर की दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था और खिड़कियों के शीशे टूट गए थे।

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Amritsar temple blast: अमृतसर में मंदिर के बाहर विस्फोट की घटना का एक संदिग्ध पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अमृतसर में ग्रेनेड हमला करने वाले का एनकाउंटर हो गया है। पंजाब पुलिस ने ग्रेनेड हमले का मामला 48 घंटे में सुलझाया है। मुख्य आरोपी गुरसिदक को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया। पुलिस और बदमाशों के बीच गोलीबारी हुई। हमलावरों के पाकिस्तान और आईएसआई से संबंधों की जांच हो रही है। आज सुबह-सुबह आरोपियों के बारे में विशेष सूचना मिली जब एसएचओ छेहरटा ने आरोपी की मोटरसाइकिल को रोकने की कोशिश की तो आरोपी अपनी मोटरसाइकिल छोड़कर पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी गुरसिदक को गोली लगी, मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि एक अन्य संदिग्ध फरार हो गया जिसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। अमृतसर में 15 मार्च को ठाकुरद्वार मंदिर के बाहर विस्फोट होने से मंदिर की दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था और खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। एक व्यक्ति को विस्फोटक उपकरण मंदिर की ओर फेंकते देखा गया था।
पंजाब पुलिस के प्रमुख गौरव यादव ने कहा कि विशेष खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए अमृतसर पुलिस ने मंदिर पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगा लिया है। पुलिस महानिदेशक यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘पुलिस टीम ने राजा सांसी में संदिग्धों का पता लगाया। आरोपियों की तरफ से की गई गोलीबारी में हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह घायल हो गए।’’
यादव ने कहा, ‘‘आत्मरक्षा के लिए कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की जिसमें एक आरोपी घायल हो गया। उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई। अन्य आरोपी भाग गया और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।’’ घटना के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में दो अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल पर मंदिर की ओर आते दिखाई दिए। कुछ सेकंड रुकने के बाद उनमें से एक को मंदिर की ओर विस्फोटक उपकरण फेंकते देखा गया और बाद में दोनों घटनास्थल से भाग गए।
पंजाब पुलिस ने उस समय कहा था कि उसे मंदिर पर हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ‘इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस’ (आईएसआई) की भूमिका पर संदेह है। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन विस्फोट से अमृतसर के खंडवाला इलाके के निवासियों में दहशत फैल गई।