लखनऊ:उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में गिरफ्तार सदाकत के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फोटो साझा होने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश के साथ तस्वीरें देखने के बाद सियासत काफी गर्म हो गई, इस बीच अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ सफाई देते हुए अखिलेश ने बयान जारी किया।
मीडिया से बात करते हुए सपा नेता ने कहा, "तस्वीर किसी के साथ भी हो सकती है, कल खाना खाते समय हमारी तस्वीर मुख्यमंत्री जी के साथ थी। आज सोशल मीडिया का जमाना है। कोई भी आता है और फोटो खिंचाता है।"
दरअसल, सोशल मीडिया पर सदाकत के साथ अखिलेश यादव की तस्वीर खूब साझा की जा रही है। इस फोटो को देख भाजपा और सपा एक-दूसरे पर हमलावर हो गई है। बीजेपी का आरोप है कि सपा नेताओं के साथ सदाकत के संबंध है और सपा माफियाओं को संरक्षण देती है। इन आरोपों पर समाजवादी पार्टी भी पीछे नहीं हटी और उसने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशळ मीडिया अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की। इन तस्वीरें में सपा ने दावा किया है कि सदाकत का संबंध भारतीय जनता पार्टी से हैं और वह भाजपा का नेता है।
सपा के मीडिया सेल ने ट्वीट करते हुए लिखा, "सदाकत वर्तमान समय में बीजेपी का सदस्य था और इसकी फोटो सपा के साथ जोड़ी जा रही है। बीजेपी की पूर्व विधायिका नीलम करवररिया के घर पर नीलम के पति उदयभान करवरिया के साथ सदाकत की तस्वीर बीजेपी के साथ इस घटनाक्रम का कनेक्शन बताती हैं।"
बताते चलें कि उमेश पाल की दिनदहाड़े धूमनगंज में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के एक अन्य आरोपी अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। इस मामले में लगातार पुलिस जांच कर रही है और हत्या की साजिश रचने वाले सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए मुश्तैदी से जांच कर रही है। वहीं, राज्य में हुए इस हत्याकांड को लेकर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी और सपा दोनों एक दूसरे पर हमलावर हो गई है।