पालघर: दिल्ली में लिव-इन पार्टनर की हत्या मामले में मृतका श्रद्धा वॉकर के दोस्तों ने कहानी का अपना पक्ष सुनाया है। महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली श्रद्धा वॉकर के दोस्तों ने कहा कि शुरुआत में दोनों (श्रद्धा और आफताब) खुशी-खुशी रहते थे, लेकिन उनके बीच चीजें बिगड़ गईं जिसके बाद वह रिश्ता तोड़ना चाहती थी।
सोमवार को एएनआई से बात करते हुए श्रद्धा के दोस्त रजत शुक्ला ने कहा, "आज अचानक उसकी हत्या की खबर मोबाइल पर फ्लैश हुई। मैं अंदर तक हिल गया कि मेरे दोस्त की हत्या कर दी गई है। रजन ने कहा कि 'श्रद्धा ने हमें 2019 में बताया था कि वह 2018 से एक रिश्ते में है। वे एक साथ रहते थे। शुरू में वे खुशी-खुशी रहते थे, लेकिन फिर श्रद्धा कहने लगी कि आफताब उसे मारता है। वह उसे छोड़ना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं कर सकती थी।'
रजत के मुताबिक श्रद्धा का उस रिश्ते से बाहर आना बहुत मुश्किल हो गया था। उसका जीवन नरक जैसा हो गया था। उसने बताया कि "दिल्ली शिफ्ट होने के दौरान उनकी आपसी सहमति से फैसला लिया गया कि वे वहां नौकरी करेंगे। जब वे दिल्ली आए तो उनसे हमारा संपर्क लगभग टूट गया था।"
श्रद्धा के एक अन्य दोस्त लक्ष्मण नादिर ने बताया कि "उसने दो महीने पहले मुझसे संपर्क किया था। उसने अगस्त से मेरे किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दिया। उसका फोन बंद था। मुझे इसकी चिंता हुई और मुझे लगा कि लोगों तक पहुंचना शुरू करना चाहिए। जब मैं कोई अपडेट नहीं मिला, मैंने आखिरकार उसके भाई से कहा कि मैंने उससे आखिरी बार जुलाई में बात की थी। इसलिए बेहतर होगा कि हम पुलिस के पास जाएं और उनकी मदद लें।
नादिर ने कहा कि दोनों के बीच काफी झगड़े होते थे। झगड़े को लेकर वे पुलिस से संपर्क करना चाहते थे लेकिन श्रद्धा की भावनाओं का सम्मान करते हुए वे पीछे हट जाते थे। बकौल नादिर- "उनकी बहुत लड़ाई होती थी। लड़ाई इस हद तक हुई थी कि उसने मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज किया और मुझे उस रात कहीं ले जाने के लिए कहा। उसने कहा कि अगर वह उस रात आफताब के साथ रहती है, तो वह उसे मार डालेगा।"
नादिर ने कहा कि हम दोस्त उस रात उसे उसके घर से बाहर ले गए थे और आफताब को भी चेतावनी दी थी कि हम पुलिस से संपर्क करेंगे। लेकिन श्रद्धा की भावनाओं का सम्मान करते हुए हमने कहा कि हम पुलिस से संपर्क नहीं करेंगे। क्योंकि श्रद्धा ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था।
गौरतलब है कि श्रद्धा के उसके पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने 35 टुकड़े किए थे। 18 दिनों तक उन टुकड़ों को ठिकाने लगाता रहा। पूनावाला को गिरफ्तार कर 5 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
दक्षिण दिल्ली के अतिरिक्त डीसीपी अंकित चौहान ने एएनआई को बताया- "दोनों मुंबई में एक डेटिंग ऐप के माध्यम से मिले। वे तीन साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे और दिल्ली शिफ्ट हो गए। दोनों के दिल्ली शिफ्ट होने के तुरंत बाद, श्रद्धा ने उस व्यक्ति पर उससे शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।"
चौहान ने बताया कि दोनों में अक्सर झगड़ा होता था और बात काबू से बाहर हो जाती थी। 18 मई को हुई इस विशेष घटना में आफताब ने अपना आपा खो दिया और उसका गला घोंट दिया। आरोपी ने हमें बताया कि उसने उसके टुकड़े कर दिए और छतरपुर एन्क्लेव के जंगल इलाके में उसके हिस्सों को पास के इलाकों में फेंक दिया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है।
आरोपी ने लाश के 35 टुकड़े करने के बाद उसे रखने के लिए एक रेफ्रिजरेटर खरीदा था। उन टुकड़ों को अगले 18 दिनों तक रात के दौरान दिल्ली और आसपास के विभिन्न स्थानों पर ठिकाने लगाना शुरू कर दिया। नवंबर में पीड़िता के पिता विकास मदन वाकर ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। प्रारंभिक जांच के दौरान, पीड़िता का अंतिम स्थान दिल्ली में पाया गया, और इसके आधार पर मामला दिल्ली पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था। पीड़ित के पिता ने पुलिस को अपनी बेटी के आफताब के साथ संबंधों के बारे में बताया।
जांच के दौरान पता चला कि आफताब और श्रद्धा दिल्ली आए थे और छतरपुर पहाड़ी इलाके में किराए के मकान में रहने लगे थे। पुलिस ने जांच के दौरान आफताब का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और कहा कि श्रद्धा अक्सर उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी, इसलिए वे अक्सर लड़ते थे। आरोपी के खिलाफ महरौली पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी के किराए के फ्लैट से कुछ हड्डियाँ भी बरामद कीं और अधिकारियों ने कहा कि शरीर के बाकी हिस्सों को बरामद करने के प्रयास जारी हैं।