रायगढ़: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या और महाराष्ट्र के बदलापुर में स्कूली बच्चियों के साथ यौन अपराध के बाद देश में गुस्से का माहौल है। लेकिन तमाम चर्चाओं और बहस के बाद भी महिलाओं के खिलाफ अपराध और दरिंदगी की घटनाएं रुक नहीं रही है।
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से आया है। यहां एक आदिवासी महिला के साथ आठ लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। यह घटना तब हुई जब वह 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन गांव के मेले से लौट रही थी। पुलिस ने मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश कर रही है। घटना रायगढ़ के पुसौर इलाके में हुई जब 27 वर्षीय महिला कुछ परिचितों के साथ मीना बाजार गई थी। जानकारी के अनुसार पीड़िता पिछले कुछ सालों से अपने पति से अलग रह रही थी।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार महिला अपने एक पुरुष परिचित के साथ लौट रही थी। तभी उसे उसके पुरुष मित्र के परिचित सात अन्य लोगों ने रोक लिया। बताया जाता है कि आरोपी उसके दोस्त थे और उन्होंने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार करने की योजना बनाई थी। आठों लोगों ने उसे एक तालाब के पास एक सुनसान जगह पर खींच लिया और बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने उसे बेहोशी की हालत में फेंक दिया और भाग गए।
होश में आने के बाद पीड़िता पुलिस थाने पहुंची और आरोप लगाया कि उसके साथ आठ लोगों ने बलात्कार किया और कुछ लोगों की पहचान बताई, जो उसी गांव के निवासी हैं। पुलिस ने मंगलवार को मामले में एफआईआर दर्ज की। रायगढ़ के एसपी दिव्यांग पटेल ने संवाददाताओं को बताया कि शिकायत के कुछ ही घंटों के भीतर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और अन्य की तलाश की जा रही है।
आरोपियों को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 70(1) और 351(2) के तहत गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपियों के संबंध में पहचान और अन्य सुराग जुटाएगी और उन्हें जल्द से जल्द पकड़ लेगी। गिरफ्तार किए गए लोग 20-25 साल की उम्र के बेरोजगार पुरुष हैं और महिला पर नजर रख रहे थे, क्योंकि उन्हें लगा कि वह अपने पति से अलग होने के कारण आसान लक्ष्य है। महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार प्रदान किया गया और उसकी हालत स्थिर बताई गई है।