अहमदाबाद: ठगी और धोखाधड़ी के मामले इन दिनों देश के बढ़ते ही जा रहे हैं। ठग कई तरह के पैतरों के बल पर मासूम लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसे ही एक ठगी का मामला सामने आया है अहमदाबाद से, जहां रेलवे की एक महिला जूनियर इंजीनियर को ठगों ने वर्गन के नाम पर 10 लाख रुपये की चपत लगा दी।
जी हां, ठगों ने रेलवे की महिला जूनियर इंजीनियर को बर्गर आउटलेट के बिजनेस में पैसे इनवेस्ट करके भारी प्रॉफिट का लालच देकर 10.35 लाख रुपये ठग लिये।
पीड़िता को जब इस बात एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई है तो उसने गुरुवार को अहमदाबाद के एलिसब्रिज पुलिस थाने में में ठगों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित की पहचान सुरेंद्रनगर की रहने वाली रेलवे की जूनियर इंजीनियर महिला अधिकारी अनीता मीणा के रूप में हुई है।
इस मामले में अंग्रेजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि अनीता मीणा की शिकायत पर पुलिस ने ठगी करने वाले रंजीत सिंह यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी और विश्वासघात के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक ठग रंजीत यादव से अनीता मीणा की पहचान उनके भाई राजेश कुमार के जरिये हुई।
अनीता के भाई राजेश ने उन्हें रंजीत के 'यादव बर्गर' के बिजनेस में पैसे इनवेस्ट करने की सलाह दी। उसके बाद दिसंबर 2020 में आरोपी रंजीत यादव अपने एक अन्य मित्र प्रवीण यादव के साथ अनीता के घर पर आया और उससे पैसों के इनवेस्टमेंट को लेकर बात की।
बातचीत के दौरान साथ आये प्रवीण ने अनीता से कथित तौर पर कहा कि उसने भी रंजीत के 'यादव बर्गर' में पैसे इनवेस्ट किये हैं, जिससे उसे अच्छा रिटर्न प्रॉफिट मिला है।
प्रवीण यादव ने अनीता से आगे कहा कि अगर वो बर्गर बिजनेस में 10 लाख रुपये का इनवेस्ट करेंगी तो उन्हें महीने के 45 हजार रुपये तक का रिटर्न मिलेगा और अगर वो 12 लाख रुपये का इनवेस्टमेंट करेंगी तो उन्हें 65 हजार रुपये तक का रिटर्न मिल सकता है।
इसके बाद आरोपी रंजीत यादव ने मीणा को आईआईएम अहमदाबाद के पास यादव बर्गर के आउटलेट खोलने की अपनी योजना के बारे में बताया और कहा कि उन्हें इससे अच्छा रिटर्न मिलेगा।
इसके साथ ही रंजीत ने यह भी कहा कि अनीता का इनवेस्टमेंट भी सिर्फ 18 महीनों में रिटर्न हो जाएगा। शुरुआत में अनीता मीणा और उनके पति ने बर्गर आउटलेट में निवेश करने से मना कर दिया लेकिन अनिता के भाई राजेश ने उनसे रहा कि वो जाकर उनके बिजनेस को देख तो लें।
इसके बाद मीणा और उनके पति ने रंजीत के कारोबार को अच्छे से समझा और उसके बाद मीणा ने बर्गर बिजनेस में 10.35 लाख रुपयों का इनवेंस्ट करने के लिए तैयार हो गई। लेकिन मीणा इसके लिए पूरा पेपर एग्रीमेंट करना चाहती थी। जिसे रंजीत ने बहाने से टाल दिया।
थोड़े समय के बाद अनीता ने जब अपने रिटर्न की बात की तो रंजीत यादव गोलमोल जवाब देने लगा। इसके बाद उसने मीणा के साथ किये मौखित करार के तहत महीने के 45 हजार रुपये कभी वापस ही नहीं किये।
बहुत दबाव डालने पर रंजीत ने अनीता को सिर्फ 90 हजार रुपये लौटाये। इसके बाद अनीता को एहसास हुआ कि रंजीत ने उसके साथ धोखा किया है। अंत में थककार कर अनीता मीणा पुलिस के पास पहुंची।
पुलिस अनीता की शिकायत पर एक्शन ले रही है और उन्हें जल्द ही रंजीत की गिरफ्तारी का आश्वासन भी दिया है। पुलिस फिलहाल मामले की गंभीरता से पड़ताल कर रही है।