भारत के खिलाफ इंग्लैंड के वैसलीन कांड से अफरीदी तक, ये हैं बॉल टैम्परिंग के मशहूर किस्से

क्रिकेट में यह किस्सा पुराना है। फाफ डुप्लेसिस भी दो बार गेंद से छेड़खानी करते पकड़े जा चुके हैं।

By भाषा | Updated: March 26, 2018 20:15 IST2018-03-26T20:15:58+5:302018-03-26T20:15:58+5:30

from vaseline incident against india to shahid afridi ball tampering history in international cricket | भारत के खिलाफ इंग्लैंड के वैसलीन कांड से अफरीदी तक, ये हैं बॉल टैम्परिंग के मशहूर किस्से

क्रिकेट में बॉल टैम्परिंग

नई दिल्ली, 26 मार्च: ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों के बॉल टैम्परिंग के ताजा मामले के बाद इसके तरीकों पर एक बार फिर से बहस छिड़ गयी है जिसमें दांत, जिप्पर (चेन), मिंट, मिट्टी और अब टेप का नाम शामिल हो गया है।

ऑस्ट्रेलिया के कैमरन बैनक्रॉफ्ट को पीले रंग की पट्टी से गेंद को रगड़ने का दोषी पाया गया। उनकी यह हरकत मैदान में मौजूद कैमरामैन ऑस्कर की नजरों से नहीं बच पायी। हालांकि, ऐसा मामला नया नहीं है और इस खेल में कई दशकों से खिलाड़ियों पर गेंद से छेडखानी के आरोप लगते रहे हैं।

क्रिकेट का वैसलीन कांड

गेंद से छेड़छाड़ का पहला आरोप 70 के दशक के मध्य में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जॉन लीवर पर लगा था। भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने लीवर पर 1976 में एमसीसी के भारतीय दौरे के दौरान गेंद पर वैसलीन लगाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद बेदी ब्रिटिश मीडिया के निशाने पर आ गये थे। (और पढ़ें- बॉल टैम्परिंग विवाद: हरभजन से अलग आशीष नेहरा ने स्मिथ के बारे में कही ये बात)

नियमों के मुताबिक खिलाड़ी गेंद में चमक लाने के लिए पसीना या लार जैसी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कर सकते है लेकिन कोई कृत्रिम पदार्थ नहीं। गेंद से छेड़छाड़ के मामले में सबसे पहले 2000 में पाकिस्तान के गेंदबाज वकार यूनिस को निलंबित किया गया था। 

यूनिस और पाकिस्तान के दूसरे गेंदबाज वसीम अकरम पर 1992 के दौरे पर पर रिवर्स स्विंग के लिए गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। इंग्लैंड के कप्तान माइकल अर्थटन भी जेब में रखे मिट्टी की मदद से गेंद से छेड़छाड़ के मामले में फंसे। उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने हाथ सुखाने के लिए मिट्टी रखी थी लेकिन फिर भी उन पर 2000 पाउंड का जुर्माना लगा था। (और पढ़ें- IPL 2018: स्टीव स्मिथ के हटने के बाद अजिंक्य रहाणे को मिली राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी)

कुछ ऐसे भी खिलाड़ी है जिन्होंने करियर खत्म होने के बाद गेंद से छेड़छाड़ की बात स्वीकार की। इसमें इंग्लैंड के मार्क्स ट्रेस्कोटिक शामिल है। जिन्होंने अपनी किताब में 2005 में एशेज श्रृंखला में मिंट से गेंद चमकाने की बात स्वीकार की थी। 

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी भी कैमरे की नजर से गेंद से छेड़छाड करते पकड़े गये जिसमें उन्हें गेंद को दांत से काटते हुए देखा गया। इसके बाद उनपर दो मैचों का प्रतिबंध लगा, हालांकि उन्होंने अजीबो-गरीब तरीके से अपना बचाव करने की कोशिश करते हुऐ कहा कि वे गेंद को सूंघ रहे थे। दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा कप्तान फाफ डुप्लेसिस भी दो बार गेंद से छेड़खानी करते पकड़े गये थे। (और पढ़ें- बॉल टैम्परिंग विवाद: बैनक्रॉफ्ट का एक और वीडियो आया सामने, क्या एशेज में भी कर चुके हैं 'चालबाजी'?)

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