नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में खेले गए पहले गए टेस्ट मैच में भारतीय टीम को भले ही जीत मिली हो लेकिन कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने टीम के चयन पर सवाल उठाए थे। ये सवाल अंतिम 11 में केएल राहुल की जगह को लेकर था। पिछले कुछ समय से लगातार खराब फार्म में चल रहे राहुल नागपुर में भी कुछ खास नहीं कर पाए थे और पिछले एक साल से उन्होंने टेस्ट में अर्धशतक नहीं लागाया है।
हालांकि तमाम सवालों के बाद भी पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि टीम प्रबंधन के लिए दूसरे टेस्ट के लिए टीम में केएल राहुल की जगह के बारे में फैसला करना कठिन होगा। गावस्कर ने कहा है कि दिल्ली में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में राहुल को अपनी क्षमता साबित करने का एक और मौका मिल सकता है।
दरअसल भारत के एक और सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल मौजूदा समय में जिस फार्म में हैं ऐसे में कई पूर्व क्रिकेटरो को लगता है कि राहुल की जगह उन्हें मौका मिलना चाहिए। गिल ने हाल में टी20 में शतक जबकि वनडे में दोहरा शतक जड़ा है जबकि राहुल एक-एक रन बनाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं।
यही कारण है कि भारत के नागपुर में पहला टेस्ट जीतने के बाद गावस्कर ने कहा कि बेंच स्ट्रेंथ तैयार है और एक अवसर दिए जाने की प्रतीक्षा कर रहा है। राहुल के लिए चुनौती बड़ी है क्योंकि उनकी जगह लेने के लिए बेंच पर शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी बैठे हैं।
बता दें कि हाल ही में भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने केएल राहुल को टीम में लगातार मौका दिए जाने को चयनकर्ताओं का पक्षपात बता दिया था। वेंकटेश प्रसाद ने ट्विटर पर लिखा, "केएल राहुल का चयन प्रदर्शन के आधार पर नहीं पक्षपात के आधार पर हुआ है। वह लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं। वह एक ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने 8 साल में अपनी प्रतिभा को खराब किया है। कई ऐसे पूर्व क्रिकेटर हैं जो खुद को आईपीएल में मौका नहीं मिलने के डर से इस तरह के पक्षपात को देखकर इसे अनदेखा कर देते हैं। आईपीएल टीम के कप्तान के खिलाफ लोग आवाज उठाने से डरते हैं।"
टीम इंडिया के उरकप्तान केएल राहुल 2021-22 में भारत के इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के विदेशी दौरे में अच्छी फॉर्म में थे। लेकिन पिछली 8 पारियों में वह 30 रन के आंकड़े से आगे नहीं बढ़ पाए हैं। दिल्ली में होने वाला दूसरा टेस्ट मैच राहुल का आगे का भविष्य निर्धारित कर सकता है।