Highlightsऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बीजीटी में भारतीय कप्तान जब बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे थेउस समय सुनील गावस्कर ने भारतीय कप्तान की आलोचना की थीसूत्र ने कहा, रोहित उनकी यह आलोचना पंसद नहीं आई, जिसकी शिकायत उन्होंने बीसीसीआई से की
मुंबई: महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर हमेशा मैच विश्लेषण या किसी भी व्यक्तिगत खिलाड़ी के मामले में बेबाक होने के लिए जाने जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के दौरान भी भारत के पूर्व कप्तान का यही रवैया रहा, जहां 75 वर्षीय गावस्कर ने पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की आलोचना की। भारत 1-3 से हार गया।
क्रिकब्लॉगर की एक रिपोर्ट में रोहित शर्मा ने बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से एक बैठक में सुनील गावस्कर की नकारात्मक आलोचना के बारे में शिकायत की, जिसमें कहा गया कि बाहरी दबाव ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया।
वेबसाइट के अनुसार एक सूत्र ने बताया, "रोहित को लगा कि सुनील गावस्कर द्वारा उनकी इस तरह से आलोचना करना जरूरी नहीं है और इसीलिए उन्होंने बीसीसीआई से गावस्कर की शिकायत की।" दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहला टेस्ट मैच नहीं खेल पाने के बाद रोहित अगले तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 31 रन ही बना सके और इसके बाद उन्होंने सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच से भी खुद को बाहर कर लिया।
भारतीय कप्तान जब बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे थे, तब गावस्कर ने टिप्पणी की थी कि दाएं हाथ का यह बल्लेबाज "अगर मेलबर्न और सिडनी में रन नहीं बनाता है तो" पद छोड़ देगा और चयनकर्ता के फैसले का इंतजार नहीं करेगा। लिटिल मास्टर ने दौरे के दौरान सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपने कॉलम में लिखा था, "कप्तान रोहित शर्मा अपनी क्षमता से बाहर थे और अपने खराब फॉर्म के कारण पद से हटने का साहसिक फैसला लेने के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।"
गावस्कर ने यह भी कहा था कि रोहित के पर्थ में पहला टेस्ट मैच मिस करने के बाद जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भारत की अगुआई करनी चाहिए थी। सूत्र ने कहा, "इन सब बातों ने इतना दबाव बढ़ा दिया कि उन्हें बीसीसीआई को सब कुछ बताने के लिए मजबूर होना पड़ा।"
रोहित शर्मा द्वारा सुनील गावस्कर के खिलाफ शिकायत करने का मामला तब सामने आया जब इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर दोनों ने वानखेड़े स्टेडियम में एक ही मंच साझा किया था।