रिंकू सिंह ने इस खिलाड़ी के बल्ले से लगाए थे लगातार 5 छक्के, गुजरात के खिलाफ मैच वाले दिन ही बदला बल्ला

रिंकू ने अपनी क्रिकेट यात्रा लगभग एक दशक पहले शुरू की थी। 2013 में उन्हें उत्तर प्रदेश की अंडर-16 टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था। अब लगातार पांच छक्के लगाकर अपनी टीम को आखिरी ओवर में जीत दिलाने के बाद रातों रात हीरो बन गए हैं।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: April 10, 2023 17:56 IST

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ठळक मुद्देरिंकू ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ करामाती पारी अपने बल्ले से नहीं खेली थीकेकेआर के कप्तान नितीश राणा के बल्ले का इस्तेमाल किया थागुजरात के खिलाफ मैच वाले दिन ही नीतीश ने अपना बल्ला बदला था

नई दिल्ली: केकेआर के बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह आईपीएल में गुजरात के यश दयाल की गेंदों पर लगातार पांच छक्के लगाकर अपनी टीम को आखिरी ओवर में जीत दिलाने के बाद रातों रात हीरो बन गए हैं। पूरी दुनिया में उनकी पारी की चर्चा हो रही है। रिंकू ने 5 छक्के तब लगाए जब आखिरी पांच गेंदों पर कोलकाता को जीत के लिए 28 रन की जरूरत थी। 

इस पारी के बाद रिंकू के बारे में बहुत कुछ लिखा और बताया जा चुका है। लेकिन हम आपको एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जो शायद आपने पहले न सुनी हो। दरअसल रिंकू ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ करामाती पारी अपने बल्ले से नहीं खेली थी। इसके लिए उन्होंने केकेआर के कप्तान नितीश राणा के बल्ले का इस्तेमाल किया था। ये बात खुद नितीश राणा ने बताई। नीतीश ने कहा कि जिस बल्ले का इस्तेमाल रिंकू ने किया वह उनका था। इस सीजन नितीश राणा ने दोनों मैच इसी बल्ले से खेले थे। उन्होंने पूरी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और पिछले साल के आखिरी चार या पांच मैच इसी बल्ले से खेले थे। गुजरात के खिलाफ मैच वाले दिन ही नितीश ने अपना बल्ला बदला था और इसे रिंकू ने मांग लिया था।  वह शुरुआत में अपना बल्ला नहीं देना चाहते थे लेकिन ड्रेसिंग रूम से रिंकू ने खुद ही वह बल्ला ले लिया।

बता दें कि रिंकू ने अपनी क्रिकेट यात्रा लगभग एक दशक पहले शुरू की थी। 2013 में उन्हें उत्तर प्रदेश की अंडर-16 टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था और कुछ साल बाद एक आक्रामक बल्लेबाज के रूप में उनकी प्रतिभा के कारण उन्हें अंडर-19 टीम के लिए भी चुना गया था। साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद रिंकू सिंह को अपनी वर्तमान स्थिति तक पहुँचने के लिए कई बाधाओं को पार करना पड़ा है। रिंकू के पिता एलपीजी सिलेंडर के लिए होम डिलीवरी पर्सन के रूप में काम करते हैं, और उनके बड़े भाई ऑटो रिक्शा चलाते हैं।

एक समय पर उन्होंने अपने सपने को छोड़ने पर भी विचार किया और नौकरी खोजने में अपने भाई की मदद मांगी। हालाँकि, उन्हें केवल घरेलू सहायक के रूप में ही काम मिल सकता था। मगर अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू ने कभी भी हार नहीं मानी। उनकी कड़ी मेहनत का भुगतान आखिरकार तब हुआ जब 2018 में आईपीएल नीलामी में केकेआर ने उन्हें 80 लाख रुपये में साइन किया। फिलहाल रिंकू को सैलरी के रूप में केकेआर से 55 लाख रुपये मिलते हैं। 

टॅग्स :रिंकू सिंहKKRगुजरात टाइटन्सआईपीएल 2023IPL 2023 
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