नागपुरः भारतीय बल्लेबाज करुण नायर 3 साल के अंतराल के बाद आगामी घरेलू सत्र के लिए कर्नाटक की टीम में वापस कर रहे हैं। विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया है। इस बीच फिर से कर्नाटक खिलाड़ी ही विदर्भ की टीम ज्वाइन कर रहा है। विदर्भ को इतना महत्व क्यों देते हैं कर्नाटक क्रिकेटर? इसका जवाब ढूंढना शायद ज़्यादा मुश्किल न हो। दक्षिणी राज्य के खिलाड़ी को बल्लेबाजी करने का मौका मिलता और ढेरों रन बना डालते हैं। गणेश सतीश और करुण नायर के बाद रविकुमार समर्थ अब आगामी घरेलू सीजन में मध्य क्षेत्र विदर्भ की टीम में खेलेंगे।
आपको बता दें कि नायर ने 2024-25 सत्र में विदर्भ की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 53 की औसत से 863 रन बनाए थे और केरल के खिलाफ फाइनल में शतक भी लगाया था। 32 वर्षीय समर्थ पिछले सीजन में उत्तराखंड जाने से पहले अपना सारा क्रिकेट कर्नाटक के लिए खेला हैं। मौजूदा रणजी ट्रॉफी चैंपियन टीम विदर्भ के लिए फिर से रनों की बारिश करेंगे।
दाएं हाथ के बल्लेबाज करुण नायर को रिप्लेस करेंगे। 95 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर कमाल का प्रदर्शन किया है। मैंने उत्तराखंड से एनओसी ले ली है और (विदर्भ के साथ) औपचारिकताओं का इंतज़ार कर रहा हूं। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) के सूत्रों ने बताया है कि समर्थ जल्द ही टीम से जुड़ेंगे। दिल्ली के रहने वाले ध्रुव शौरी के बाद दूसरे पेशेवर खिलाड़ी होंगे।
2013 में अपने घरेलू करियर की शुरुआत करने के बाद समर्थ 2023-24 सीजन तक अपने गृह राज्य के साथ रहे। उत्तराखंड चले गए। वहां केवल एक सीजन खेला। उन्होंने उत्तराखंड के लिए प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए और टी20 प्रारूपों में 7-7 मैच खेले, जिनमें क्रमशः 54, 55 और 30 से ज़्यादा के औसत से 649, 385 और 184 रन बनाए।
समर्थ ने अपने 95 प्रथम श्रेणी मैचों में 39.72 की औसत से 6157 रन बनाए हैं। विदर्भ नायर के लिए एक उपयुक्त खिलाड़ीकी तलाश में था। नायर ने निजी कारणों से इस सीजन में अपने गृह राज्य जाने का फैसला किया है। नायर से पहले गणेश सतीश विदर्भ के लिए खेल चुके हैं, जिन्होंने 2014-15 और 2022-23 सीज़न के बीच विदर्भ के लिए नौ घरेलू सीज़न खेले हैं।