नवदीप सैनी ने कभी 200 रुपये के लिए खेला था क्रिकेट, दादा रह चुके नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सेनानी

नवदीप सैनी के दादा करम सिंह सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के सेनानी रह चुके हैं। वह क्रिकेट के बारे में भले ही कम जानते हैं, लेकिन पोते को खेलता देख उनकी आंखें भर आती हैं...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: January 08, 2021 11:10 AM

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ठळक मुद्देनवदीप सैनी भारत के 299वें टेस्ट क्रिकेटर।नवदीप सैनी को एक मैच के लिए मिलते थे महज 200 रुपये।नवदीप सैनी के दादा रह चुके स्वतंत्रता सेनानी।

Navdeep Saini Biography, Achievements, Career Info: तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में डेब्यू का मौका मिला। चोटिल उमेश यादव के स्थान पर नवदीप को इस फॉर्मेट में पदार्पण किया और वह भारत के 299वें टेस्ट खिलाड़ी बने।

हालांकि नवदीप का चनय जून 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए मोहम्मद शमी के स्थान पर हुआ था, लेकिन यहां उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल सका था।

नवदीप सैनी ने साल 2019 में किया था अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू

23 नवंबर 1992 को हरियाणा के करनाल में जन्मे नवदीप सैनी ने अगस्त 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 मैच से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर शुरू किया था और अब तक वह टीम इंडिया के लिए 7 वनडे और 9 टी20 मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने कुल 19 शिकार किए।

नवदीप सैनी भारत के लिए अब तक कुल 17 मैच खेल चुके हैं।

नवदीप सैनी को प्रति मैच मिलती थी 200 रुपये फीस

28 वर्षीय नवदीप सैनी टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते थे। टेनिस बॉल से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तक का उनका ये सफर संघर्ष से भरा है। 2013 में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने वाले नवदीप को करनाल में एक स्थानीय टूर्नामेंट में खेलने के लिए प्रति मैच 200 रुपये मिलते थे।  

नवदीप सैनी को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया गया नजरअंदाज

दिल्ली के क्रिकेटर सुनीत नरवाल ने सैनी को टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते देखा और उन्हें दिल्ली आने के लिए कहा। दिल्ली चयन समिति बाहर से एक खिलाड़ी को शामिल करने के पक्ष में नहीं थी, जिसके चलते सैनी को साल 2016 में सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी से साइडलाइन किया गया था, लेकिन गंभीर उनके समर्थन में खड़े हो गए।

गौतम गंभीर ने लड़ी नवदीप सैनी के लिए लड़ाई 

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की बदौलत इस गेंदबाज को रणजी क्रिकेट खेलने का मौका मिला। गंभीर ने टीम में नवदीप को लाने के लिए अधिकारियों से झगड़ा तक किया था।  

खुद नवदीप सैनी एक इंटरव्यू में कह चुके हैं, "गौतम भाई ने हर मुश्किल वक्त पर मेरा साथ दिया है। दिल्ली टीम की ओर से खेलने के दौरान उन्होंने मुझसे कहा था कि जो कुछ हो रहा है, उससे मुझे चिंतित नहीं होना चाहिए। हम उसे देख लेंगे तुम केवल गेंदबाजी करो।"

नवदीप सैनी ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं।

नवदीप सैनी की बदौलत रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी दिल्ली

नवदीप सैनी ने इस शानदार मौके को भुनाया। उन्होंने 2017-18 सत्र में 34 विकेट लेकर दिल्ली को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने में मदद की। इस मुकाबले में दिल्ली को 9 विकेट से हराकर विदर्भ पहली बार चैंपियन बना। 

नवदीप सैनी को आरसीबी ने 3 करोड़ में खरीदा

नवदीप सैनी के प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया। साल 2017 में दिल्ली ने उन्हें 10 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा, जबकि 2019 में आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 3 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा।

सैनी अब तक 26 आईपीएल मैचों में 17 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। नवदीप सैनी ने 46 प्रथम श्रेणी मैचों में 128 विकेट लिए हैं। उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट के 54 मैचों में 81 शिकार अपने नाम किए हैं। 

नवदीप सैनी के दादा ने लड़ी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजादी की लड़ाई

नवदीप के दादा करम सिंह सैनी, एक स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने जापान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में बतौर ड्राइवर सेवा की थी। नवदीप सैनी के पिता अमरजीत सिंह सैनी भी हरियाणा सरकार में ड्राइवर की नौकरी करते थे।

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