Highlightsबुधवार को मोइन-उल-हक स्टेडियम के पुनर्विकास एवं नवनिर्माण संबंधित समीक्षा बैठक की।बैठक में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से स्टेडियम के विकास कार्यों की रिपोर्ट ली। दो हफ्तों में डीपीआर कार्य पूर्ण कर अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिया।
Patna Moin-ul-Haq Stadium News: रणजी ट्रॉफी मुकाबले में पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम की दुर्दशा उजागर होने के बाद बिहार सरकार सक्रिय हो गई है। हाल ही में इस स्टेडियम को लेकर खूब जगहंसाई हुई थी, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक्शन में आए हैं। उन्होंने बुधवार को मोइन-उल-हक स्टेडियम के पुनर्विकास एवं नवनिर्माण संबंधित समीक्षा बैठक की।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से स्टेडियम के विकास कार्यों की रिपोर्ट ली। साथ ही दो हफ्तों में डीपीआर कार्य पूर्ण कर अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दिया। मोइन-उल-हक स्टेडियम में बनने वाले वर्ल्ड क्लास इंटरनेशनल स्टेडियम में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, फाइव स्टार होटल, रेस्टोरेंट, बेहतर ड्रेनेज सिस्टम, पार्किंग व्यवस्था, पटना मेट्रो के साथ-साथ अन्य विश्वस्तरीय सुविधाओं की भी व्यवस्था होगी।
इन तमाम कार्यों को त्वरित गति से करने और इसकी रूपरेखा तय करने के लिए तेजस्वी ने दो सप्ताह के भीतर डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि मोइन-उल-हक स्टेडियम की हालत इतनी खराब है कि दर्शक दीर्घा में लोग बैठ नहीं सकते हैं। और तो और स्कोरबोर्ड टूटा हुआ है। यही नहीं, मैदान में लोगों के कपड़े सूख रहे थे।
दर्शक दीर्घा में बैठने की जगह पर कचरा फैला हुआ था। सीटें पूरी तरह से उखड़ चुकी थी। कई जगहों पर खतरे के निशान के बोर्ड लगे हुए थे। ऐसी हालत में यहां रणजी मैच का आयोजन हुआ, जिसकी खूब जग हंसाई हुई। मोइन-उल-हक़ स्टेडियम में बदहाल व्यवस्था, बदइंतजामी और बदतर हालात को देखने के बाद पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने भी नाराजगी जाहिर की थी।
मुंबई और बिहार के बीच हुए रणजी ट्रॉफी मुकाबले में मैदान का वीडियो देखने के बाद पूर्व भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को जमकर फटकारा था। वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करते हुए कहा था कि “यह अस्वीकार्य है। रणजी ट्रॉफी भारत की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता है और अब समय आ गया है कि सभी हितधारक इसके महत्व को समझें।
राज्य संघ द्वारा इसमें सुधार नहीं करने का कोई वाजिब कारण नजर नहीं आता है।” मोइन-उल-हक स्टेडियम तमाम बदनामियों वाली तस्वीरों के बीच नीतीश सरकार ने इसी सप्ताह बिहार में खेल विभाग का गठन किया है। अब तक खेल विभाग कला, संस्कृति और खेल मंत्रालय के अंतर्गत था जिसे अब अलग कर दिया गया है।