IPL 2018: पूरे सीजन में जूझते रहे युवराज सिंह, क्या खत्म हो गया सबसे धमाकेदार बल्लेबाज का जादू?

Yuvraj Singh: युवराज सिंह ने इस सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 6 मैचों में सिर्फ 65 रन बनाए हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: May 22, 2018 5:35 PM

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नई दिल्ली, 22 मई: अपने स्टार खिलाड़ी को मैदान पर संघर्ष करते और अपनी चमक खोते हुए देखने से ज्यादा दुखदायी खेल जगत में फैंस के लिए शायद ही कुछ और होता हो। कुछ ऐसा ही इस साल के आईपीएल में युवराज सिंह के साथ देखने को मिला। 

टी20 क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रहा ये स्टार बल्लेबाज आईपीएल 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब के खेलते हुए रन बनाने के लिए जूझता रहा। पूरे टूर्नामेंट के दौरान उनका बैटिंग क्रम बदला जाता रहा और वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। 

क्या बीत चुका है युवराज सिंह का अच्छा दौर?

जो बल्लेबाज 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 के 50 ओवर वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जीत का हीरो रहा हो उसे आईपीएल में इस तरह से संघर्ष करते हुए देखने के बाद ये सवाल उठने लगे कि क्या युवराज का अच्छा दौर बीत चुका है? 

आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हुए युवराज सिंह 8 मैचों में सिर्फ 65 रन बना सके जिसमें उनका उच्चतम स्कोर रहा 20 रन। अपने आईपीएल करियर में युवराज सिंह को वैसी सफलता नहीं मिली जैसी कि टीम इंडिया के लिए मिली। उन्होंने 128 आईपीएल मैचों में 12 अर्धशतकों की मदद से 2652 रन बनाए। 

लेकिन वह आईपीएल में वह कभी वैसे मैच विजेता बनकर नहीं उभर सके जैसा कि वह किसी दौर में टीम इंडिया के लिए रहे हैं। युवराज आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब, पुणे वॉरियर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए भी खेल चुके हैं। लेकिन आईपीएल में कामयाबी उनसे हमेशा कोसों दूर ही रही। 

इस सीजन में युवराज अपनी फॉर्म के लिए तरसते रहे और लगातार खराब शॉट खेलकर आउट होते रहे। जिस बल्लेबाज ने दुनिया भर के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई हैं वही पंजाब के लिए आईपीएल में खेलते समय अपनी लय पाने के लिए जूझता रहा। इस सीजन में युवराज के संघर्ष को देखकर 2014 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ युवराज के रनों के लिए जूझने की याद आ गई, जिसकी वजह से टीम इंडिया को खिताब गंवाना पड़ा था। 

युवराज की नाकामी का आलम ये रहा कि उन्हें रविवार को चेन्नई के खिलाफ हुए पंजाब के आखिरी मैच में टीम में शामिल ही नहीं किया गया। युवराज की नाकामी को लेकर क्रिकेट के दीवाने देश में जमकर चर्चा हुई। सोशल मीडिया पर कुछ फैंस ने तो ये भी दावा किया कि युवी को कभी भी पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन का समर्थन ही नहीं मिला।

क्या है युवराज सिंह का भविष्य?

इस सवाल के जवाब में पंजाब के मुख्य कोच ब्रैड हॉज कहते हैं, 'वह भारतीय क्रिकेट के लेजेंड हैं।' युवराज की खराब फॉर्म और भविष्य के सवाल पर हॉज कहते हैं, 'हम सबको पता है कि कभी न कभी अच्छी चीजों और अच्छे समय का अंत होता ही है। लेकिन ये कब (युवराज के लिए) होगा, इसका जवाब देने के लिए मैं सही व्यक्ति नहीं हूं।'

युवराज कब तक क्रिकेट खेलेंगे इसका जवाब उन्होंने पिछले महीने खुद ही दिया था और कहा था, 'मैं 2000 से ही इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहा हूं। मुझे क्रिकेट खेलते हुए करीब 17-18 साल हो गए हैं। इसलिए, मैं इस पर निश्चित फैसला 2019 के बाद लूंगा।'

जिस बल्लेबाज ने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर छह छक्के जड़ने का कमाल किया हो उसे फैंस इस तरह निराशाजनक अंदाज में विदाई तो नहीं देना चाहेंगे!

टॅग्स :युवराज सिंहकिंग्स XI पंजाबइंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल)

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