रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को गुरुवार (31 जनवरी) को खेले गए चौथे वनडे में न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से करारी शिकस्त मिली। न्यूजीलैंड ने भारत को 30.5 ओवर में ही 92 के स्कोर पर समेटते हुए जीत का लक्ष्य 212 गेंदें बाकी रहते हुए महज 14.4 ओवर में हासिल कर लिया। ये भारत की गेंदें बाकी रहने के लिहाज से वनडे में सबसे बड़ी हार है।
न्यूजीलैंड के लिए ट्रेंट बोल्ट ने घातक गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर 5 विकेट झटके और भारतीय बैटिंग की कमर तोड़ दी। इस मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग के लिए उतरी भारतीय टीम की बैटिंग बोल्ट की घातक गेंदबाजी के आगे फ्लॉप रही और आलम ये था कि भारत के लिए टॉप स्कोरर रहे दसवें नंबर पर बैटिंग के लिए उतरे युजवेंद्र चहल, जिन्होंने 18 रन बनाए।
हालांकि पांच वनडे मैचों की सीरीज टीम इंडिया पहले ही जीत चुकी है लेकिन हैमिल्टन में मिली इस सबसे करारी हार ने भारतीय टीम को अपनी वर्ल्ड कप तैयारियों को लेकर फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। आइए एक नजर डालते हैं, इस मैच में टीम इंडिया की करारी हार की वजह बने 7 बड़े कारणों से।
1. ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी से बेबस हुई टीम इंडिया
दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार ट्रेंट बोल्ट इस मैच में भारतीय बैटिंग पर कहर बनकर टूटे। बोल्ट ने 10 ओवर में 4 मेडने फेंकते हुए महज 21 रन देकर 5 विकेट झटके और भारतीय टॉर ऑर्डर को तहस-नहस करके रख दिया। उन्होंने भारत के टॉप-तीन बल्लेबाजों रोहित, धवन और शुभमन गिल को सस्ते में आउट करने के बाद केदार जाधव और हार्दिक पंड्या को भी पविलियन लौटाया। बोल्ट इस मैच में भारत की हार की सबसे बड़ी वजह बने।
2. भारतीय टॉप ऑर्डर का न चल पाना:
पांच मैचों की वनडे सीरीज पहले ही जीत चुकी टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर बुरी तरह फ्लॉप रहा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत के 5 विकेट 33 रन औपर 7 विकेट महज 40 रन पर गिर गए थे। न रोहित-धवन की ओपनिंग जोड़ी चली और न ही केदार जाधव, हार्दिक पंड्या और अंबाती रायुडू।
3. रोहित शर्मा का बुरी तरह फ्लॉप होना:
पिछले दो मैचों में 87 और 62 रन की मैच जिताऊ अर्धशतकीय पारियां खेलने वाले रोहित शर्मा इस मैच में अपना 200वां वनडे खेलने उतरे थे लेकिन बुरी तरह फ्लॉप रहे और 23 गेंदों में सिर्फ 7 रन ही बना सके। भारतीय टीम को रोहित का न चल पाना काफी खला। भारत को अच्छी शुरुआत नहीं मिली और टीम इंडिया बोल्ट के झटकों से कभी उबर ही नहीं पाई।
4. कोहली-धोनी की गैरमौजूदगी में बिखरी टीम इंडिया की बैटिंग
कप्तान विराट कोहली और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी की गैरमौजूदगी में भारतीय बैटिंग इस मैच में बिखरी नजर आई। बोल्ट के शुरुआती झटकों के बाद उसे पारी संभालने के लिए कोहली और धोनी जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की जरूरत थी, लेकिन इन दोनों स्टार बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में टीम के युवा बल्लेबाज ये रोल निभाने में नाकाम रहे।
5. सीरीज जीतने के बाद सुकून के मोड में चली गई टीम इंडिया:
वनडे सीरीज पहले ही जीत चुकी टीम इंडिया बहुत ही आरामदायक मोड में चली गई थी। टीम ने खलील अहमद और शुभमन गिल जैसे कुछ खिलाड़ियो को खिलाने के प्रयोग तो किया ही साथ ही वह सीरीज के पहले तीन मैचों जैसा संघर्ष दिखाने में भी नाकाम रही। ट्रेंट बोल्ट के हमलों से भारतीय टॉप ऑर्डर ढहते ही पूरी टीम के बिखरने में देर नहीं लगी और बल्लेबाजों ने बहुत ही आसानी से हथियार डाल दिए।
इस हार के बावजूद भारतीय टीम पांच वनडे मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर चुकी है। सीरीज का पांचवां और आखिरी वनडे 03 फरवरी को वेलिंगटन में खेला जाएगा।