नई दिल्लीः भारत में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे एवं अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन शुक्रवार को 2 विकेट पर 251 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल 126 रन और तीसरे नंबर के बल्लेबाज साईं सुदर्शन 87 रन बनाकर आउट हुए। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए अभी तक 193 रन जोड़े। भारत ने पहले सत्र में केएल राहुल का विकेट गंवाया था, जिन्होंने 38 रन बनाए। जायसवाल के शतक ने इस टेस्ट में भारत को बढ़त दिला दी है। मेजबान टीम ने सुबह के सत्र में राहुल का विकेट ज़रूर गंवा दिया था।
दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों की सबसे बड़ी साझेदारियाँ (भारत)-
300 गांगुली-युवराज (पाँचवाँ विकेट) बनाम पाकिस्तान, बेंगलुरु 2007
222 पंत-जडेजा (छठा विकेट) बनाम इंग्लैंड, बर्मिंघम 2022
204 पंत-जडेजा (सातवाँ विकेट) बनाम ऑस्ट्रेलिया, सिडनी 2019
203* जडेजा-सुंदर (पाँचवाँ विकेट) बनाम इंग्लैंड, मैनचेस्टर 2025
193 जायसवाल-साईं सुदर्शन (दूसरा विकेट) बनाम वेस्टइंडीज, दिल्ली 2025।
लेकिन जायसवाल और सुदर्शन ने मैच पर पकड़ बना ली है। ग्रीव्स ने चाय के विश्राम से पहले एक मौका बनाया, लेकिन वारिकन मिड-विकेट पर सीधा कैच नहीं पकड़ पाए, जिससे सुदर्शन को जीवनदान मिल गया। पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल दिख रही है, इसलिए भारत आगे बढ़ते हुए रन बनाने के लिए बेताब होगा।
शानदार फॉर्म में चल रहे जायसवाल अपने शतक को बड़े शतक में बदलने की कोशिश करेंगे, जबकि दूसरी तरफ सुदर्शन अपने पहले टेस्ट शतक के करीब पहुँच रहे हैं। वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों ने भारतीय बल्लेबाज़ों पर पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन कोई ख़ास फ़ायदा नहीं हुआ। तेज़ गेंदबाज़ों को प्रभाव छोड़ने में दिक्कत हुई है, जबकि स्पिनरों में सिर्फ़ वारिकन ही कुछ सफलता हासिल कर पाए हैं।
सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपना सातवां शतक जड़ा। पहले टेस्ट में बड़ा स्कोर बनाने से चूकने वाले जायसवाल दूसरे मौके को हाथ से जाने देने के मूड में नहीं थे। दर्शन के लिए फिरोजशाह कोटला का मैदान फिर से भाग्यशाली साबित हुआ क्योंकि पिछली बार जब वह यहां खेले थे तो उन्होंने तमिलनाडु की तरफ से शतक बनाया था।
केएल राहुल (38) को अपनी किस्मत पर पछतावा होगा। बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वारिकन की सिर्फ़ एक गेंद टर्न और बाउंस हुई जिस पर उन्होंने राहुल का कीमती विकेट हासिल किया। भारत ने पहले सत्र में एक विकेट खोकर 94 रन बनाए थे। उसने दूसरे सत्र में बिना किसी नुकसान के 126 रन जोड़कर वेस्टइंडीज की गेंदबाजी को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया।
वेस्टइंडीज के स्पिनरों की लेंथ सही नहीं थी जबकि उसके तेज गेंदबाज सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी नहीं कर पाए जिससे भारत के बल्लेबाजों को रन बनाने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। जायसवाल और सुदर्शन में आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और लंच के बाद पहले घंटे में एक समय वे लगभग छह रन प्रति ओवर की दर से रन बना रहे थे, लेकिन दूसरे घंटे में उनकी गति थोड़ी धीमी हो गई।
वेस्टइंडीज को दूसरे सत्र में विकेट हासिल करने का एकमात्र मौका तब मिला जब सुदर्शन ने जस्टिन ग्रीव्स की गेंद को शॉर्ट मिडविकेट पर थोड़ा हवा में खेला लेकिन वारिकन कैच नहीं ले पाए। इसके अलावा सुदर्शन तेज़ गेंदबाज़ों या स्पिनरों के सामने किसी भी तरह की परेशानी में नहीं दिखे क्योंकि पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल बनी रही।
इससे पहले राहुल ने वारिकन की गेंद पर स्टंप आउट होने से पहले पिछले ओवर में स्पिनर खैरी पियरे को डीप मिडविकेट पर छक्का लगाया था। वह वारिकन की गेंद की लेंथ का सही अनुमान नहीं लगा पाए और विकेटकीपर टेविन इमलाच ने उन्हें स्टंप आउट करने में कोई गलती नहीं की।
बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रही पिच पर शानदार फॉर्म में चल रहे राहुल से बड़ी पारी की उम्मीद थी। जेडन सील्स की गेंद पर कवर्स के ऊपर से लगाया गया उनका बैकफुट पंच कमाल का था। पवेलियन लौटने से पहले उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया। राहुल और जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी की।
भारत ने उसी अंतिम एकादश को बरकरार रखा है जिसने अहमदाबाद में पहले टेस्ट में रोस्टन चेज की अगुवाई वाली वेस्टइंडीज को पारी और 140 रन से हराया था। वेस्टइंडीज ने अपनी टीम में दो बदलाव करते हुए ब्रैंडन किंग और जोहान लेने की जगह टेविन इमलाच और एंडरसन फिलिप को अंतिम एकादश में शामिल किया है।