IND v ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 2 फरवरी से विशाखापत्तनम में खेला जाएगा। ये मुकाबला डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी स्टेडियम में खेला जाएगा। पिछले 12 साल में पहली बार ऐसा होगा जब घरेलू सीरीज में भारतीय टीम विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के बिना उतरेगी। टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से पीछे है और अब रोहित शर्मा और कोच द्रविड़ के सामने सबसे बड़ी चुनौती अंतिम 11 चुनने की है।
रवींद्र जडेजा और केएल राहुल को अचानक लगी चोटों से भारतीय टीम के सामने चयन की दुविधा पैदा हो गई है। जडेजा और राहुल ने हैदराबाद टेस्ट में पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया था। जडेजा को हैमस्ट्रिंग की चोट लगी है जबकि राहुल को दाहिने जांघ की मांसपेशी में दर्द है।
हरफनमौला जडेजा की कमी पूरी कर पाना किसी के लिये भी मुश्किल है और राहुल सितंबर में सर्जरी के बाद वापसी से वनडे और टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी की धुरी रहे हैं। विराट कोहली निजी कारणों से पहले दो टेस्ट से वैसे भी बाहर हैं लिहाजा शुक्रवार से विशाखापत्तनम में शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में भारत के सामने कई चुनौतियां होंगी। चयनकर्ताओं ने सरफराज खान, सौरभ कुमार और वॉशिंगटन सुंदर को टीम में शामिल किया है। रजत पाटीदार हैदराबाद में भारत की 15 सदस्यीय टीम में थे।
माना जा रहा है कि प्लेइंग 11 में राहुल की जगह सरफराज, जडेजा की जगह कुलदीप और अय्यर की जगह रजत पाटीदार को मौका मिल सकता है। दरअसल श्रेयस अय्यर ने टेस्ट में आखिरी अर्धशतक साल 2022 में जड़ा था। दिसंबर 2022 में मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट में अय्यर ने आखिरी टेस्ट फिफ्टी जड़ी थी। लेकिन इसके बाद से उनका बल्ला रनों के लिए तरस रहा है। हैदराबाद में खेले गए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अय्यर कुछ खास नहीं कर पाए। पहली पारी में जहां वह पिच पर टिकने के बावजूद केवल 35 रन बनाकर चलते बने वहीं दूसरी पारी में जब टीम को एक जुझारू पारी की जरूरत थी तब 13 रन बनाकर आउट हो गए। इसलिए उनकी जगह पर पाटीदार को एक मौका दिया जा सकता है।
बता दें कि डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी स्टेडियम में अब तक दो टेस्ट खेले गए हैं और पिच बल्लेबाजों की मददगार रहती है। भारत ने 2019 में इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 502 रन बनाये थे। रोहित ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर पहली पारी में 176 रन जोड़े थे।
पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि अंतिम एकादश में कुलदीप को जगह मिलनी चाहिये। उन्होंने कहा कि अगर भारत को लगता है कि सिर्फ एक तेज गेंदबाज से काम चल जायेगा तो कुलदीप को टीम में रखना चाहिये। उसके पास विविधता है और विकेट टर्न ले सकता है।