विशाखापत्तनमः ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला वनडे विश्व कप का अपना सर्वोच्च स्कोर 330 रन बनाने के बावजूद तीन विकेट से मिली हार के बाद भारतीय टीम मुसीबत में है। दक्षिण अफ्रीका के बाद 7 बार विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने हराया। भारत लगातार दो हार झेला। उसका अगला मुकाबला अपराजित इंग्लैंड से होगा। इंग्लैंड की टीम अभी तक इस विश्व कप एक भी मैच नहीं हारी है। बारिश के कारण एक मैच रद्द होने के बाद ङी ऑस्ट्रेलिया अब तालिका में शीर्ष पर है। ऑस्ट्रेलिया ने एक ओवर शेष रहते जीत हासिल की। वनडे इतिहास में सबसे बड़ा सफल लक्ष्य का पीछा।
ICC Women's World Cup: महिला वनडे में सफलतापूर्वक प्राप्त किया गया सर्वोच्च लक्ष्य-
331 - ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, विशाखापट्टनम, 2025 विश्व कप*
302 - श्रीलंका बनाम दक्षिण अफ्रीका, पोटचेफस्ट्रूम, 2024
289 - ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड, नॉर्थ सिडनी, 2012
283 - ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, वानखेड़े, 2023
282 - ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, न्यू चंडीगढ़, 2025।
भारत को अब सेमीफाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखने के लिये इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ अगले तीनों मैच जीतने के अलावा बाकी मैचों के परिणाम भी अनुकूल रहने की दुआ करनी होगी। टीम इंडिया 4 अंक लेकर तीसरे पायदान पर है और अब तीनों मैच में जीत दर्ज करनी होगी।
विश्व कप में इससे पहले सबसे बड़ा सफल लक्ष्य का पीछा ऑस्ट्रेलिया ने 2022 के संस्करण में ऑकलैंड में भारत के खिलाफ 278 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए किया था। इस मैच में लगे 13 छक्के विश्व कप के किसी भी मैच में लगे सबसे ज़्यादा छक्के भी हैं। ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए 331 रन महिला वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
इससे पहले पिछले महीने दिल्ली में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 369 रन बनाए थे। इस मैच में दोनों पारियों में 661 रन बनाए गए, जो महिला वनडे में तीसरा सबसे बड़ा कुल स्कोर है, पिछले महीने दिल्ली में इन्हीं दोनों टीमों द्वारा बनाए गए 781 रन और 2017 विश्व कप में ब्रिस्टल में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच बनाए गए 678 रन के बाद।
कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि अच्छी शुरुआत के साथ बेहतर ‘फिनिश’ भी जरूरी है और मेजबान टीम 20 रन पीछे रह गई। स्मृति मंधाना (80) और प्रतिका रावल (75) के बीच पहले विकेट के लिये 155 रन की साझेदारी की मदद से भारत ने गत चैम्पियन के खिलाफ 330 रन बनाये लेकिन आखिरी छह विकेट महज 36 रन पर गंवाने का खामियाजा भुगतना पड़ा।
मजूमदार ने कहा ,‘हमारे बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और 330 का स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण था, हालांकि हम 20 -30 रन और बनाते को नतीजा कुछ और हो सकता था। इसके बावजूद इस प्रदर्शन से काफी सकारात्मक बातें निकली हैं।’ उन्होंने कहा ,‘फिनिशिंग क्रिकेट के मैच में काफी अहम होती है। मैं ड्रेसिंग रूम में भी हमेशा कहता हूं कि हमे अच्छी शुरुआत चाहिए।
लेकिन बेहतर फिनिश की भी जरूरत है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले मैच में हम आखिरी पांच ओवरों की गेंदबाजी में मैच हार गए। इस मैच में भी अगर आखिर में कुछ रन और बना पाते तो तस्वीर कुछ और होती। लेकिन हम धीरे धीरे सीख रहे हैं और मैचों को फिनिश करना भी उसमे से एक पहलू है।’ यह पूछने पर कि क्या भारत को एक अतिरिक्त विशेषज्ञ गेंदबाज की कमी फिर खली।
कोच ने कहा कि इस पर अगले मैच से पहले बात की जायेगी। उन्होंने कहा ,‘हम आत्ममंथन करेंगे और देखेंगे कि क्या एक और गेंदबाज की जरूरत है। टीम प्रबंधन इस पर विचार करके अगले मैच से पहले सही फैसला लेगा।’ उन्होंने आस्ट्रेलियाई टीम की तारीफ करते हुए कहा ,‘आस्ट्रेलिया ने जबर्दस्त बल्लेबाजी की और उन्हें जीत का श्रेय जाता है।
एक ओवर बाकी रहते 331 रन का लक्ष्य हासिल करना बहुत बड़ी बात है। हमने उन पर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन वे काफी अनुभवी टीम हैं और करीब दस साल से अधिकांश खिलाड़ी साथ खेल रहे हैं । जिस तरह से एलिसे पैरी ने टीम को जीत तक पहुंचाया, वह शानदार था।’ हमारी फील्डिंग भी शानदार थी जो बहुत सकारात्मक बात है।
इससे पहले महिला विश्व कप में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड भी आस्ट्रेलिया के नाम था, जब उसने 2022 में भारत के ही खिलाफ आकलैंड में 278 रन का लक्ष्य हासिल किया था। सात बार की चैम्पियन आस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे क्रिकेट में पहली बार तीन सौ से अधिक के लक्ष्य का पीछा करके कामयाबी हासिल की है।