जहां अनिल कुंबले ने चटकाए थे एक पारी में 10 विकेट, उस स्टेडियम का नाम जानिए कैसे पड़ा था 'फिरोजशाह कोटला'

फिरोजशाह कोटला को अब अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इस मैदान पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला भारत और वेस्टइंडीज के बीच नवंबर 1948 में खेला गया था।

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: August 28, 2019 4:16 PM

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फिरोजशाह कोटला अब अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इस स्टेडियम का निर्माण 1883 में किया गया था। ये भारत का दूसरा सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है, जो दिल्ली के शासक फिरोज शाह के नाम पर बनाया गया था।

कौन थे फिरोज शाह: 1309 में जन्मे फिरोज शाह दिल्ली सल्तनत में तुगलक वंश के शासक थे, जिन्हें 45 साल की उम्र में दिल्ली की सल्तनत सौंपी गई थी। इतिहासकारों के मुताबिक फिरोजाबाद दिल्ला का पांचवां शहर है। जो कोटला फिरोजशाह आबाद है, वह कभी उसके दुर्ग का काम करता था। इस किले को कुश्के फिरोज के नाम से पुकारा जाता था। हालांकि अब इसके अवशेष भी मौजूद नहीं हैं।

हौज खास में फिरोजशाह तुगलक का मकबरा स्थित है। उन्होंने अपने शासन में दिल्ली में कई मस्जिदें भी बनाई थीं। फिरोजशाह ने 1351 से लेकर 1388 तक राज किया और अपनी सल्तनत में चांदी के सिक्के चलाए। इनके ही नाम पर फिरोजशाह कोटला का नाम पड़ा था।

1948 में खेला गया पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच: इस मैदान पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला भारत और वेस्टइंडीज के बीच नवंबर 1948 में खेला गया था। वहीं 15 सितंबर 1982 को यहां पहला वनडे, जबकि 23 मार्च 2006 को पहला टी20 मुकाबला खेला गया था।

कुंबले ने किया था करिश्मा: इस स्टेडियम पर अनिल कुंबले ने एक पारी में 10 विकेट चटकाने का काराना किया था। साल 1999 में 4-7 फरवरी तक चलते इस टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ कुंबले ने एक पारी में 74 रन देकर 10 विकेट चटकाए थे। इस दौरान उन्होंने 26.3 में से 9 ओवर मेडेन फेंके थे।

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