बर्मिंघमः इंग्लैंड के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा कि दूसरे टेस्ट मैच में उनकी टीम पांचों दिन भारत से पीछे रही और लॉर्ड्स में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की चुनौती का सामना करने के लिए उन्हें अच्छी तरह से तैयार होने की जरूरत है। बुमराह कार्यभार प्रबंधन के तहत दूसरे टेस्ट मैच में नहीं खेले थे जिसमें भारत ने 336 रन से जीत हासिल करके पांच मैच की श्रृंखला बराबर की।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इसके बाद पुष्टि की कि तेज गेंदबाज बुमराह अगले मैच में वापसी करेंगे। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार मैकुलम ने कहा, ‘‘पूरी संभावना है कि बुमराह अगले मैच में वापसी करेंगे इसलिए हमें अच्छी तरह से तैयार रहने की जरूरत है। मुझे लगता है कि वहां की पिच यहां की तुलना में भिन्न होगी जो हमारे लिए अच्छी बात है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे टेस्ट में हम पांचों दिन भारत से पीछे रहे। भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। शुभमन गिल बेहतरीन बल्लेबाज हैं और उन्होंने इस पिच पर शानदार प्रदर्शन किया। हम इस पर वैसा नहीं खेल पाए जैसा हम खेलना चाहते थे और वे पूरी तरह से जीत के हकदार थे।‘‘ न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए भेजने का गलत फैसला किया।
कुल मिलाकर पिच का आकलन भी गलत किया। मैकुलम ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, हमने उस टॉस पर विचार किया और कहा कि क्या हमने अवसर गंवा दिया। हमें उम्मीद नहीं थी कि विकेट इतना अच्छा खेलेगा और इसलिए शायद हम थोड़ा गलत फैसला कर गए।’’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली की भारत के खिलाफ मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के लिए कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह भाग्यशाली हैं जो उन्हें लगातार असफलताओं के बावजूद टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका मिल रहा है। उन्होंने इसके साथ यह भी सुझाव दिया कि क्रॉली को भारतीय कप्तान शुभमन गिल की बल्लेबाजी की रणनीति से सीख लेनी चाहिए।
अपने खेल में सुधार करना चाहिए। वॉन ने 'द टेलीग्राफ' में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने प्रशंसकों को निराश किया है। इनमें मैं भी शामिल हूं लेकिन वह (क्रॉली) सबसे ज्यादा निराश करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें मैं याद कर सकता हूं।
जब से मैंने इंग्लैंड की क्रिकेट को करीब से देखा है तब से वह सबसे भाग्यशाली खिलाड़ी है जिसे लगातार असफलताओं के बावजूद इतने अधिक टेस्ट मैच खेलने को मिले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए कि उन्होंने 56 मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने सिर्फ पांच शतक बनाए हैं और उनका औसत 31 का है।
टेस्ट इतिहास में 2,500 से अधिक रन बनाने वाले सभी सलामी बल्लेबाजों में उनका औसत सबसे कम 30.3 है।’’ क्रिकेटर से कमेंटेटर बने इस खिलाड़ी ने गिल का उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘बदलाव संभव है। शुभमन गिल को ही देख लीजिए। इस श्रृंखला से पहले उनका औसत 35 था और अब और चार पारियों के बाद उनका औसत 42 है। उन्होंने अपनी मानसिकता और रणनीति के कारण ऐसा किया है। उन्होंने जान लिया था कि वह एलबीडब्लू के प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने अपने डिफेंस पर काम किया और अब परिणाम सबके सामने है।’’