कार्तिक ने टीम में नियमित जगह बनाने में असफल रहने पर धोनी के लिए कही ये बात

दिनेश कार्तिक ने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

By भाषा | Published: June 12, 2018 7:32 PM

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बेंगलुरु, 12 जून: महेंद्र सिंह धोनी जिस दौर में विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका की नयी परिभाषा गढ रहे हों, ऐसे में दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ी की राह कतई आसान नहीं होती। आखिरी बार 2010 में टेस्ट खेलने वाले कार्तिक इतने समय आत्ममंथन के बाद बेबाकी से आकलन करते हुए कहते हैं कि धोनी जैसे विलक्षण खिलाड़ी के रहते उनके लिये टीम में जगह बनाना आसान नहीं था। 

उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट से पहले कहा, 'मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक थी और एम एस धोनी जैसी खिलाड़ी से प्रतिस्पर्धा थी। वह भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट कप्तानों में से एक बने और विश्व क्रिकेट पर अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी।' (और पढ़ें- IND Vs AFG: नवदीप सैनी के टेस्ट टीम में चुने जाने के बाद गंभीर ने बेदी और चेतन चौहान पर कसा तंज)

चोटिल रिद्धिमान साहा के विकल्प के तौर पर आये कार्तिक ने बांग्लादेश के खिलाफ 2010 में अपने कैरियर का 23वां टेस्ट खेला था। उसके बाद से भारतीय टीम ने 87 टेस्ट खेले जिनमें कार्तिक टीम में नहीं थे। कार्तिक ने कहा, 'मैने अपना स्थान किसी आम क्रिकेटर को नहीं गंवाया। धोनी खास थे और मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। उस समय मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन भी नहीं कर सका। अब मुझे एक और मौका मिला है और मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश करूंगा।' 

धोनी के कारण 2014 तक वह टेस्ट टीम से बाहर रहे और उसके बाद साहा ने टीम में जगह बना ली थी। साहा के चोटिल होने से कार्तिक को फिर मौका मिला है। (और पढ़ें- IPL 2018: फाइनल से पहले CSK की मीटिंग में क्या हुआ था? धोनी ने किया खुलासा)

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