दुनिया की सबसे धनी खेल संस्थाओं में शुमार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आधिकारिक वेबसाइट ने काम करना बंद कर दिया। बीसीसीआई की वेबसाइट ने 3 फरवरी को उसी दिन से काम करना बंद किया है जब भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने चौथी बार वर्ल्ड कप जीत कर इतिहास रचा है।
www.bcci.tv नाम के डोमेन वाली बीसीसीआई की आधिकारिकर वेबसाइट ने इसलिए काम करना बंद किया है क्योंकि इसके डोमेन को अपडेट नहीं कराया गया था। इस वजह से बीसीसीआई की वेबसाइट 3 फरवरी और 4 फरवरी को दो दिनों तक ऑफलाइन रही। हालांकि 5 फरवरी को इसने काम करना शुरू कर दिया है। इस वेबसाइट में भारतीय और महिला पुरुष टीमों के मैचों की जानकारियों से लेकर, रिकॉर्ड्स, तस्वीरें और वीडियो होते हैं।
इस वेबसाइट की वैधता 3 फरवरी 2018 तक थी, लेकिन इसके बाद इसे रेन्यू न कराए जाने के बाद ये ऑफलाइन हो गई थी। अजीबोगरीब बात ये है कि बीसीसीआई के वेबसाइट का ये डोमेन रजिस्टर.कॉम और नेमजेट.कॉम जैसी डोमने बेचने वाली वेबसाइटों पर सार्वजनिक बोली के लिए भी उपलब्ध हो गई। इस पर सात लोगों ने बोली भी लगाई और इसके लिए अधिकतम 270 डॉलर की बोली लगी।
ललित मोदी की वजह से ऑफलाइन हुई बीसीसीआई की वेबसाइट
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई की वेबसाइट के ऑफलाइन होने के पीछे पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी को वजह माना जा रहा है। दरअसल ये वेबसाइट फरवरी 2006 से फरवरी 2018 तक वैलिड थी और इस डोमेन के अधिकार अब भी ललित मोदी के पास है। ललित मोदी के इसे रिन्यू न कराने की वजह से ही 3 फरवरी 2018 के बाद ये ऑफलाइन हो गई थी।
लेकिन माना जा रहा है कि बीसीसीआई के अधिकारी द्वारा भारत में ललित मोदी के स्टाफ से संपर्क किए जाने के बाद वेबसाइट रिन्यू हो गई और अब चल रही है। बीसीसीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, मोदी ने वेबसाइट का डोमेन register-.com और namejet.com से 2006 में खरीदा था और मालिकाना हक अब भी उनके नाम पर है। बीसीसीआई द्वारा बैन किए जाने और देश छोड़कर यूके जाने के बाद अब भी ये अधिकार उनके ही पास है।
इस अधिकारी के मुताबिक, 'मोदी ने 2006 में बीसीसीआई वेबसाइट के लिए अपने नाम पर 100 के करीब डोमेन खरीदे थे, इसलिए हमारे पास (इसे बदलने का) अधिकार नहीं है।'डोमेन अधिकार हासिल करने के लिए बीसीसीआई ने 2014 में बॉम्बे हाईकोर्ट में केस फाइल किया था।
आईपीएल में कथित भ्रष्ट्राचार के आरोपों में ललित मोदी पर 2010 में ही बीसीसीआई ने बैन लगा दिया था और वह अब लंदन में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं।