Ashes 2019: बिना गिल्लियों के खेला गया इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया मैच, जानें अंपायरों ने क्यों लिया यह फैसला

ऑस्ट्रेलिया की पारी के 32वें ओवर में यह घटना घटी, जब तेज हवाओं के कारण पिच के बीच में प्लास्टिक की थैलियां उड़ने लगी और गिल्लियां नीचे गिर गईं।

By सुमित राय | Published: September 04, 2019 11:07 PM

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ठळक मुद्देइंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे एशेज 2019 के चौथे टेस्ट मैच में एक अनोखा नजारा देखने को मिला।ऑस्ट्रेलिया की पारी के 32वें ओवर में यह घटना घटी, जब मैनचेस्टर में मैच बिना बेल्स के खेला गया।

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे एशेज 2019 के चौथे टेस्ट मैच में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जब मैनचेस्टर में मैच बिना बेल्स के खेला गया। दरअसल, मैच के दौरान काफी तेज हवा चल रही थी और अंपायरों ने बिना गिल्लियों के खेल को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

ऑस्ट्रेलिया की पारी के 32वें ओवर में यह घटना घटी, जब तेज हवाओं के कारण पिच के बीच में प्लास्टिक की थैलियां उड़ने लगी और गिल्लियां नीचे गिर गईं। इसके बाद अंपायर कुमार धर्मसेना और मरैस इरास्मस ने मैच को बिना बेल्स के आगे बढ़ाने का फैसला किया, हालांकि इस फैसले का इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और स्टुअर्ट ब्रॉड ने विरोध किया।

हालांकि, यह खेल के नियमों के तहत ही लिया गया निर्णय था और यह पहला मौका नहीं है जब मैच बिना गिल्लियों को खेला गया हो। 9 जून 2017 को वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान के बीच खेले गए मैच में भी कुछ ओवर्स बिना गिल्लियों के हुए थे। उस मुकाबले में एक समय में जोरों से हवा चल रही थी, जिसके कारण गिल्लियों का स्टंप पर टिकना मुमकिन नहीं था। इसके बाद स्टंप से गिल्लियों को हटा दिया गया और बिना गिल्लियों के ही मैच खेला गया था।

बता दें कि नियमों के मुताबिक तेज हवा के चलने पर बिना बेल्स के मैच खेला जा सकता है। अगर अंपायर्स बिना बेल्स के मैच जारी रखने का फैसला लेते हैं तो ऐसी स्थिति में रन आउट या स्टंपिंग होने पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी अंपायर की ही होती है।

टॅग्स :एशेज टेस्ट सीरीजऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंडजो रूटस्टुअर्ट ब्रॉड

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