मुंबईः आईसीसी महिला वनडे विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक खिताबी जीत ने देश में क्रिकेट प्रसारण के लिए नए मानक स्थापित किए और आधिकारिक प्रसारक के अनुसार कुल 44.6 करोड़ दर्शकों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यह टूर्नामेंट देखा। जियोहॉटस्टार ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि महिला विश्व कप फाइनल को उसके प्लेटफॉर्म पर 18.5 करोड़ उपयोगकर्ताओं ने देखा। इसमें भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार आईसीसी खिताब जीता। फाइनल में दर्शकों की संख्या इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दैनिक औसत से अधिक थी।
लेकिन यह पिछले साल भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए पुरुष टी20 विश्व कप फाइनल के दौरान दर्ज किए गए दर्शकों की संख्या के बराबर थी। प्रसारक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 44.6 करोड़ दर्शकों की संख्या महिला क्रिकेट के लिए अब तक की सबसे अधिक और पिछले तीन महिला विश्व कप के कुल योग से भी अधिक है।
इसमें कहा गया, ‘‘ यह भारत में महिला क्रिकेट दर्शकों के विकास में एक मील का पत्थर है। ’’ विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘महिला विश्व कप के फाइनल मुकाबले को 2.1 करोड़ दर्शकों ने देखा जिसमें हरमनप्रीत कौर की टीम महिला विश्व कप जीतने वाली पहली एशियाई टीम बन गई। ’’
जियोहॉटस्टार ने कहा, ‘‘एक और रिकॉर्ड बनाते हुए 9.2 करोड़ लोगों ने ‘कनेक्टेड टीवी’ (सीटीवी) पर इस ऐतिहासिक मुकाबले को देखा जो टी20 विश्व कप 2024 फाइनल और विश्व कप 2023 फाइनल के सीटीवी दर्शकों की संख्या के बराबर है। ’’
आईसीसी बोर्ड ने 2029 में महिला वनडे विश्व कप को 10 टीमों का करने का फैसला किया: आईसीसी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को घोषणा की कि महिला वनडे विश्व कप के 2029 में होने वाले अगले चरण में मौजूदा आठ टीमों की संख्या को बढ़ाकर 10 टीम का कर दिया जाएगा। भारत ने दो नवंबर को नवी मुंबई में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर महिला क्रिकेट में अपनी पहली वैश्विक ट्रॉफी जीती।
हजारों प्रशंसक मैच देखने के लिए स्टेडियम में उमड़ पड़े जिससे विश्व संस्था को यह कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। आईसीसी की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘आईसीसी बोर्ड इस टूर्नामेंट की सफलता को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक है। आईसीसी बोर्ड ने टूर्नामेंट के अगले चरण को 10 टीमों (2025 में आठ टीमों से) तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है। ’’
इसमें आगे कहा गया, ‘‘लगभग 3,00,000 प्रशंसकों ने स्टेडियम में इस टूर्नामेंट को देखा जिसने किसी भी महिला क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए दर्शकों की उपस्थिति का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस टूर्नामेंट में दर्शकों की संख्या में भी वृद्धि हुई और दुनिया भर में ऑन-स्क्रीन दर्शकों के लिए नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ जिसमें भारत में लगभग 50 करोड़ दर्शक थे। ’’
साथ ही बोर्ड ने समान विकास के प्रति आईसीसी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए वर्ष 2026 के लिए अपने सहयोगी सदस्यों को धन वितरण में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी। आईसीसी को ‘प्रोजेक्ट यूएसए’ पर अपना पहला अपडेट मिला है। यह परियोजना अमेरिकी क्रिकेट के निलंबन के बाद और आईसीसी के इस निर्देश के अनुरूप शुरू किया गया था कि अमेरिकी राष्ट्रीय टीमों के खिलाड़ियों के व्यावसायिक और विकास हितों पर बोर्ड के गैर-अनुपालन के कारण निलंबन का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
यह परियोजना लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए एक अनुकूल मार्ग तैयार करने और आईसीसी टूर्नामेंट में निरंतर भागीदारी के माध्यम से अमेरिकी राष्ट्रीय टीमों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। क्रिकेट को 2028 में ओलंपिक कार्यक्रम में फिर से शामिल किया जाएगा। यह पहले से ही एशियाई खेलों का हिस्सा है।
इसे काहिरा में 2027 के अफ्रीकी खेलों और पेरू की राजधानी लीमा में 2027 के पैन-अमेरिकन खेलों के लिए निर्धारित खेलों की सूची में भी शामिल किया जाएगा। वहीं आईसीसी बोर्ड ने आईसीसी महिला क्रिकेट समिति के कई सदस्यों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है जिसमें एश्ले डी सिल्वा, मिताली राज, अमोल मजूमदार, बेन सॉयर, चार्लोट एडवर्ड्स और साला स्टेला सियाले-वेया शामिल हैं।
जब खेल तेज चल रहा हो तो थमकर खेलने की कोशिश करो, फाइनल से पहले सचिन की हरमनप्रीत को सलाह
विश्व कप फाइनल से पहले हरमनप्रीत कौर को बहुत सलाह मिली लेकिन भारतीय कप्तान के लिये सबसे अहम थी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की सलाह । दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐतिहासिक फाइनल से पहले महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत को तेंदुलकर ने फोन किया था । हरमनप्रीत ने आईसीसी रिव्यू में कहा ,‘‘ मैच से पहले सचिन सर का फोन आया।
उन्होंने अपना अनुभव साझा किया और हमे संतुलन बनाये रखने की सलाह दी । उन्होंने कहा कि जब मैच तेज चल रहा हो तो थमकर खेलने की कोशिश करो क्योंकि अगर तुम भी तेज खेलोगे तो लड़खड़ा जाने का खतरा होगा ।’’ नवी मुंबई में फाइनल जीते को पांच दिन हो चुके हैं लेकिन हरमनप्रीत अभी भी अचरज में है कि सोलह साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद अचानक सब कुछ कैसे बदल गया।
उन्होंने कहा ,‘‘ हम जब भी एक दूसरे से मिलते हैं तो कहते हैं विश्व चैम्पियन । यह अलग तरह का अनुभव है। हम इंतजार कर रहे थे कि इस तरह का अनुभव कब होगा ।’’ हरमनप्रीत ने कहा ,‘ मेरे माता पिता वहां थे । उनके सामने विश्व कप जीतने का पल खास था । बचपन से वे मुझे यह कहते सुनते आये हैं कि मुझे भारत की जर्सी पहननी है, देश के लिये खेलना है , कप्तानी करना है और विश्व कप जीतना है ।’’