विश्व पर्यटन दिवसः आभानेरी उत्सव में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, लोक गीतों पर थिरके विदेशी मेहमान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 27, 2025 21:16 IST2025-09-27T21:16:06+5:302025-09-27T21:16:49+5:30
World Tourism Day: पर्यटन विभाग, दौसा जिला प्रशासन व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया आभानेरी फेस्टिवल

file photo
जयपुरः राजस्थान पर्यटन विभाग और दौसा जिला प्रशासन व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संयुक्त तत्वाधान में हैरिटेज टूरिज्म को चार चांद लगाने वाले दो दिवसीय आभानेरी फेस्टिवल शनिवार को सम्पन्न हुआ। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर इस आभानेरी उत्सव में प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी पहुंचीं। उनके आगमन से आभानेरी ग्रामवासी प्रफुल्लित हो गए। आभानेरी उत्सव में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के आगमन पर पदमश्री ख्यातनाम गायक अनवर खां मांगणियार द्वारा प्रस्तुत गीत आभानेरी री धरती में भला पधारयां रे.. ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी का स्वागत बांदीकुई विधायक भागचंद बागड़ा द्वारा किया गया। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि आभानेरी स्थित चांद बावड़ी देशी व विदेशीपर्यटकों में भी खासी लोकप्रिय है। यहां पर वर्ष- 2025 में अगस्त तक घरेलू पर्यटकों की यात्राएं 58022 व विदेशी पर्यटकों की 51524 यात्राएं दर्ज की गई।
शेखावत ने बताया की ढोल-नगाड़ों के थाप के बीच उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी सबसे पहले विश्व की सबसे गहरी बावड़ी चांद बावड़ी को देखने पहुंची उसके बाद उन्होंने हरसिद्ध माता ( हर्षद माता) मंदिर ने दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अनवर खां मांगणियार व उनके साथियों से मुलाकात की औऱ अनवर खां का शोल ओढाकर सम्मान किया।
गौरतलब है कि 26 सितंबर से शुरू हुए आभानेरी महोत्सव के दौरान देशी व विदेशी सैलानियों ने राजस्थानी संस्कृति और अतिथि-सत्कार का आनंद लिया। राजस्थानी रंग में रंगे सैलानियों ने यहां वीर रस से भरपूर कच्छी घोड़ी नृत्य पर ताल से ताल मिलाई तो बहरूपिया कला, कठपुतली कलाकारों व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने देशी- विदेशी सैलानियों का मन मोह लिया।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक श्री उपेंद्रसिंह शेखावत ने कहा कि आभानेरी ग्राम में देशी-विदेशी सैलानियों का स्वागत परम्परागत तरीके से माला पहना कर व तिलक लगा कर किया गया। श्री उपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि इस फेस्टिवल के दौरान पर्यटन विभाग द्वारा यहां लखेरों, कुम्हार व लोहारों को हुनर दिखाने के लिए बुलाया गया ।
विदेशियों ने लाख की चूड़ियों को बनते देखा, कुम्हार के चलते चाक व लोहारों के उत्पादों को देख विदेशी काफी प्रसन्न नजर आए उन्होंने स्थानीय हुनरमंदों से खरीददारी भी की। उन्होंने बताया की इस फेस्टिवल के लिए जरिए हैरिटेज टूरिज्म को प्रमोट किया जाता है।
उन्होंने कहा कि देशी- विदेशी सैलानियों के यहां पर कैमलकार्ट की व्यवस्था है जिसके जरिए वे ग्राम-भ्रमण पर निकलते हैं, कैमल कार्ट को विदेशियों से सहित देशी सैलानी भी काफी पसंद कर रहे हैं। यहां पर ग्राम में नुक्कड नाटकों का भी प्रदर्शन किया गया।
शेखावत ने बताया कि आभानेरी ग्राम में दसवीं शताब्दी का हर्षद माता मंदिर व उसके पास ही विश्वविख्यात चांद वावड़ी सैलानियों के लिए खासी आकर्षण का केंद्र है। सवेरे शाम तक सैलानी ग्राम दर्शन, चांद बावड़ी व माता के मंदिर के दर्शन करते हैं वहीं शाम को सात से नौ बजे सांस्कृतिक संध्या उन्हें मंत्रमुग्ध कर देती है। इस अवसर पर पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. पुनीता सिंह, उपनिदेशक सुमित मीणा, सहायक निदेशक हिमांशु मेहरा सहित विभाग के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे।