Share Market Update: आज मार्केट में बड़ी कंपनियों के शेयरों का हाल ज्यादा ठीक नहीं रहा। इसके चलते निफ्टी 50 बैंक 141.90 अंकों के साथ टूटा और 22,055.05 पर बंद हुआ और सेंसेक्सा का भी हाल कुछ ऐसा ही रहा कि क्योंकि वो भी 0.51 फीसदी की गिरावट के साथ 72,623.09 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, भारती एयरटेल, आईटीसी, एल एंड टी, एचसीएल, बजाज फाइनेंस को काफी झटका लगा है। दूसरी तरफ एनएसई में टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, भारती एयरटेल और आईटीसी के शेयरों में गिरावट देखी गई।
मार्केट के नीचे आने की बड़ी वजह को एशियाई मार्केट में चल रहे मिक्सड ट्रेंड को माना जा रहा है। बुधवार को सुबह के सत्र में निफ्टी 50 के शेयर में लगातार बढ़त देखी जा रही थी। अमेरिकी सहायक कंपनी नोवेलिस द्वारा यूएस आईपीओ के लिए आवेदन करने के बाद एल्युमीनियम उत्पादक हिंडाल्को में 3% की वृद्धि के कारण मेटल में 1.9% की वृद्धि हुई।
इस बीच मार्केट में निफ्टी 50 ने 22,000 के स्तर को बरकरार रखा और तो और बैंक निफ्टी में भी सकारात्मक संकेत देखने को मिली क्योंकि उसमें ना मात्र की गिरावट हुई।
इजरायली एयरस्ट्राइक जिम्मेदारइजरायल एयरस्ट्राइक को भी मार्केट के धीमे रुख को बड़ा जिम्मेदार माना जा रहा है, जिससे निवेशकों को वैश्विक क्षेत्र में तनाव बढ़ने से पहले मुनाफावसूली करने का मौका मिल गया है।
तकनीकी रूप से निफ्टी पर 22,000 के स्तर को बरकरार रखने में सफल रहा, यदि इसके नीचे बंद होने पर हम सूचकांक पर अधिक बिक्री देख सकते हैं। इस बात की जानकारी मेहता इक्विटीज में रिसर्च के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रिसर्च एनालिस्ट प्रशांत तापसे ने दी है।
विदेशी संस्थागत निवेशकइस सप्ताह बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भी विक्रेता के रूप में नजर आएं, जबकि घरेलू फंड खरीददार की भूमिका में रहे। इसलिए मुख्य रूप से विश्लेषकों ने इसे भी जिम्मेदार माना है।
-विश्लेषकों के अनुसार, मिलेजुले वैश्विक संकेतों के कारण मुनाफावसूली की होड़ ने बाजार को नीचे गिरा दिया। मार्केट विश्लेषक विनोद नायर ने बताया, "वैश्विक बाजार यूएस फेडरल रिजर्व के मिनटों के इंतजार में सावधानी से चल रहे थे। चिंताएं बनी हुई थीं क्योंकि निवेशक यूएस फेड रेट में कटौती पर भारी दांव लगा रहे थे, जो जनवरी की अपेक्षा से अधिक मुद्रास्फीति के कारण जोखिम में बनी हुई है।"