कोविड-19 की दूसरी लहर मानवीय संकट, आर्थिक नहीं; सबसे बुरा दौर बीतने का अनुमान: रिपोर्ट

By भाषा | Updated: May 20, 2021 15:45 IST2021-05-20T15:45:04+5:302021-05-20T15:45:04+5:30

The second wave of Kovid-19 is a humanitarian crisis, not an economic one; Worst round estimate: Report | कोविड-19 की दूसरी लहर मानवीय संकट, आर्थिक नहीं; सबसे बुरा दौर बीतने का अनुमान: रिपोर्ट

कोविड-19 की दूसरी लहर मानवीय संकट, आर्थिक नहीं; सबसे बुरा दौर बीतने का अनुमान: रिपोर्ट

मुंबई, 20 मई जापान की ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर आर्थिक नहीं बल्कि मानवीय संकट है और इसका सबसे बुरा दौर बीतने का अनुमान है।

नोमुरा ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसे उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान वृद्धि पर इसका असर पिछले साल की तुलना में बहुत कम होगा।

ब्रोकरेज फर्म ने अनुमान जताया कि मार्च तिमाही की तुलना में जून तिमाही में अर्थव्यवस्था में सिर्फ 3.8 प्रतिशत संकुचन होगा।

नोमुरा ने कहा, ‘‘लॉकडाउन इस बार अधिक बारीक है और इसमें उपभोक्ताओं तथा व्यवसायों का ध्यान रखा गया है।’’

नोमुरा ने कहा कि मौजूदा लॉकडाउन छह और सप्ताह तक जारी रह सकता है।

ब्रोकरेज कंपनी के मुताबिक टीकाकरण की रफ्तार इस समय धीमी है, लेकिन जून के बाद इसकी गति बढ़ेगी।

नोमुरा ने उम्मीद जताई कि 2021 के अंत तक आधी आबादी का टीकाकरण पूरा हो जाएगा और तीसरी तिमाही में घरेलू खपत में इजाफा होगा।

नोमुरा ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने 10.8 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि अनुमान को बरकरार रखा है।

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Web Title: The second wave of Kovid-19 is a humanitarian crisis, not an economic one; Worst round estimate: Report

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