Stock Market Crash: शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स 1000 अंक से अधिक गिरा, निफ्टी 19450 से नीचे, जानें वजह
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 2, 2023 02:53 PM2023-08-02T14:53:01+5:302023-08-02T15:42:01+5:30
Stock Market Crash: संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरो क्षेत्र और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बाद क्षेत्रीय गिरावट देखी गई।
Stock Market Crash: बुधवार को शेयर बाजार में कोहराम मच गया। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख तथा विदेशी कोषों की निकासी से बुधवार को स्थानीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुले। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरो क्षेत्र और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों के बाद क्षेत्रीय गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स 1000 अंक से अधिक गिर गया। निफ्टी 19450 से नीचे है। सभी सेक्टर लाल निशान में पर है। 13 प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांकों में से ग्यारह को नुकसान हुआ है। वित्तीय और सूचना प्रौद्योगिकी सूचकांकों में से प्रत्येक में 0.6% की गिरावट आई। स्मॉलकैप इंडेक्स 0.1% ऊपर एकमात्र अपवाद था।
सेंसेक्स में 900 अंक की गिरावट से टॉप लूजरः (Top losers as Sensex plunges 900 pts)
रेडिंगटन लिमिटेडः 167.50
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेडः 146.10
आदित्य बिड़ला कैपिटल लिमिटेडः 185.00
स्ट्राइड्स फार्मा साइंस लिमिटेडः 452.90
उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेडः 470.80
आईआईएफएल फाइनेंस लिमिटेडः 587.45
मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेडः 771.30
असाही इंडिया ग्लास लिमिटेडः 530.15
सेंचुरी टेक्सटाइल्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेडः 1025.50।
मुंबई स्थित प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि बाजार में गिरावट दर्ज की गई है। निफ्टी भी बेहाल है। धातु शेयरों में 1% की गिरावट आई। टाटा स्टील 2% की गिरावट देखी गई है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने अपनी अंतरिम तिमाही में लिखा है कि जून तिमाही के नतीजों के सीजन में अब तक धातु क्षेत्र में बड़ी गिरावट आई है।
टाटा स्टील और वेदांता की अगुवाई में साल-दर-साल 64% की गिरावट आई है। शराब निर्माता सुला वाइनयार्ड्स को महाराष्ट्र सरकार से 1.16 अरब रुपये का उत्पाद शुल्क नोटिस मिलने के बाद 6.41% का नुकसान हुआ है। उपभोक्ता सामान कंपनी बीकाजी फूड्स, टरबाइन निर्माता त्रिवेणी टर्बाइन और ट्रैक्टर निर्माता एस्कॉर्ट्स कुबोटा जून-तिमाही की आय में वृद्धि दर्ज करने के कारण 3.5% से 7% के बीच चढ़े।
फिच रेटिंग्स ने अमेरिका सरकार की क्रेडिट रेटिंग (साख) को घटा दिया है। 2011 के बाद यह पहला मौका है जबकि अमेरिका की रेटिंग घटाई गई है। रेटिंग एजेंसी ने संघीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर बढ़ते कर्ज और पिछले दो दशक में कामकाज के संचालन के मानकों में लगातार गिरावट का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है।
फिच ने अमेरिका सरकार की रेटिंग को एक पायदान घटाकर ट्रिपल ए (एएए) से एए प्लस कर दिया है। हालांकि, यह अब भी निवेश श्रेणी की रेटिंग है। फिच ने कहा कि यह इस स्तर पर सबसे ऊंची संभावित रेटिंग है। फिच का यह कदम दर्शाता है कि बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण तथा खर्च और करों पर अमेरिका में बार-बार होने वाले गतिरोध के कारण अमेरिकी करदाताओं को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
क्रेडिट रेटिंग में कमी अमेरिका सरकार के लिए कर्ज की लागत बढ़ा सकती है। अमेरिका के इतिहास में यह दूसरा मौका है जबकि जबकि उसकी साख घटाई गई है। इससे पहले 2011 में रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने सरकार की ऋण सीमा पर चले लंबे गतिरोध के बाद उसकी एएए रेटिंग को घटा दिया था।
दूसरी ओर मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में थे।
मंगलवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.85 प्रतिशत बढ़कर 85.63 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 92.85 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।