लेह, सात फरवरी भारत की पहले भू-तापीय क्षेत्र विकास परियोजना की स्थापना के लिये एक ऐतिहासिक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये गये हैं। लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने इसे कार्बन-तटस्थ लद्दाख के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम करार दिया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि इस समझौते पर केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन लद्दाख, लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद-लेह और ओएनजीसी ऊर्जा केंद्र ने उपराज्यपाल तथा स्थानीय सांसद जाम्यांग शेरिंग नामग्याल की उपस्थिति में हस्ताक्षर किये।
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