छोटी वीडियो एप्लिकेशन के उपयोगकर्ताओं की संख्या 2025 तक 65 करोड़ पहुंच सकती है : रेडसीर
By भाषा | Updated: July 29, 2021 20:50 IST2021-07-29T20:50:41+5:302021-07-29T20:50:41+5:30

छोटी वीडियो एप्लिकेशन के उपयोगकर्ताओं की संख्या 2025 तक 65 करोड़ पहुंच सकती है : रेडसीर
नयी दिल्ली 29 जुलाई रील्स, जोश, मौज और रोपोसो जैसी एप्लिकेशन पर छोटी वीडियो बनाने वाले सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या वर्ष 2025 तक दुगना बढ़कर 65 करोड़ पर पहुंच सकती हैं। शोध करने वाली कंपनी रेडसीर ने बृहस्पतिवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रेडसीर की रिपोर्ट ‘एंटरटेनमेंट एंड एडवर्टाइसिंग : राइडिंग द डिजिटल वेव’ के अनुसार छोटी वीडियो बनाने वाली यह श्रेणी भारत में सबसे अधिक समय बिताने के मामले में दूसरी सबसे बड़ी श्रेणी के रूप में उबरने के लिए पूरी तरह तैयार है। फेसबुक और गूगल समय बिताने के मामले में भारत में सबसे आगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘छोटी वीडियो श्रेणी में वर्ष 2025 तक उपयोगकर्ताओं की संख्या दुगना बढ़कर 65 करोड़ के आंकड़े को छू सकती हैं। यह श्रेणी टेलीविजन को पीछे छोड़ कर दूसरा स्थान हासिल कर सकती है।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस श्रेणी में वृद्धि का प्रमुख कारण वर्ष 2025 तक देश में 30 करोड़ नए इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का जुड़ना हो सकता है। वर्तमान में इस श्रेणी के वीडिया बनाने वालों की संख्या 4 से 5 करोड़ है। छोटी वीडियो बनाने वाले अधिकतर छोटे शहरों और गावों से हैं।
शोध कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीन के ऐप टिकटॉक पर जून, 2020 में प्रतिबन्ध के बाद भारत के छोटी वीडियो ऐप अब काफी आगे लिकल चुके हैं और उनमें तकनीकी और अन्य सुधार आ रहे हैं।
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