लाइव न्यूज़ :

गिरावट के बांद संभला शेयर बाजार, सेंसेक्स 222 अंकों की तेजी के साथ बंद, आईटी शेयर फिसले

By भाषा | Updated: April 16, 2020 17:59 IST

वैश्विक स्तर पर इस महामारी से अब तक 1.37 लाख लोगों की जान गई है और 20 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। इस बीच, अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा। हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख था। ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 2.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 28.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। 

Open in App
ठळक मुद्देबृहस्पतिवार को सेंसेक्स 223 अंक चढ़ गया। सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी का शेयर सबसे अधिक 5.84 प्रतिशत के लाभ में रहा।

मुंबई: कोविड-19 की वजह से पैदा हुई आर्थिक चुनौतियों के बीच सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो के उम्मीद से कमजोर परिणाम के बावजूद बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 223 अंक चढ़ गया। इससे पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स टूटा था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कमजोर रुख के साथ खुलने के बाद दिन में कारोबार के दौरान 784 अंक ऊपर-नीचे हुआ। अंत में यह 222.80 अंक या 0.73 प्रतिशत की बढ़त के साथ 30,602.61 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 67.50 अंक या 0.76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8,992.80 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी का शेयर सबसे अधिक 5.84 प्रतिशत के लाभ में रहा। आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 4.52 प्रतिशत, टाइटन 3.87 प्रतिशत, एलएंडटी 3.65 प्रतिशत, एसबीआई 3.46 प्रतिशत और सनफार्मा 3.37 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं दूसरी ओर एचसीएल टेक का शेयर 3.97 प्रतिशत टूट गया। टेक महिंद्रा, कोटक बैंक, इन्फोसिस, हीरो मोटोकॉर्प और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर भी नुकसान में रहे। आईटी कंपनी विप्रो का मार्च तिमाही का शुद्ध लाभ छह प्रतिशत घट गया है। कंपनी का तिमाही नतीजा बुधवार को आया।

इसके अलावा कंपनी ने कोविड-19 महामारी की वजह से चालू तिमाही के लिए अपनी आमदनी का कोई अनुमान नहीं दिया है। इससे आईटी कंपनियों के शेयर बिकवाली दबाव में रहे। कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा रुपये में गिरावट की वजह से बाजार का लाभ सीमित रहा। अंतर बैंक विदेशी विनियम बाजार में रुपया 43 पैसे टूटकर अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर 76.87 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार आज अधिक सतर्क था। विप्रो की आमदनी पर टिप्पणी से आईटी शेयरों में गिरावट आई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के परिणाम से तस्वीर अधिक स्पष्ट हो सकेगी कि इस महामारी का आईटी क्षेत्र पर क्या प्रभाव हुआ है।’’ आनंद राठी के प्रमुख इक्विटी शोध (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि मिलेजुले वैश्विक रुख के बीच घरेलू बाजार नरम खुले। कोरोना वायरस की वजह से धारणा प्रभावित हुई। राठी ने कहा कि दोपहर के कारोबार में बाजार में कुछ तेजी आई क्योंकि कारोबारियों और निवेशकों ने कुछ बड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली की।

सोलंकी ने कहा कि आईटी क्षेत्र के शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा। विप्रो के नतीजों के बाद कंपनी की टिप्पणी कोविड-19 के प्रभाव को लेकर स्थिति को स्पष्ट करने में बहुत सफल नहीं रही। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.71 प्रतिशत तक का लाभ रहा। देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 414 हो गई है। देश में कोविड-19 संक्रमित लोगों का आंकड़ा 12,380 हो गया है।

टॅग्स :शेयर बाजारसेंसेक्सनिफ्टी
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारShare Market Today: लगातार गिरावट के बाद शेयर बाजार में हरियाली, सेंसेक्स, निफ्टी में तेजी

कारोबारShare Market Today: शेयर बाजार में दूसरे दिन भी गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी फिसला

कारोबारदिसंबर के पहले हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने निकाले 11820 करोड़ रुपये, जानें डिटेल

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारShare Market Today: 4 दिनों की गिरावट पर लगाम, सेंसेक्स 158 अंक चढ़ा

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारPetrol Diesel Price Today: कहां सस्ता और कहां महंगा मिल रहा ईंधन, जल्द से जल्द यहां करें चेक

कारोबार31 दिसंबर से पहले इन कामों को जरूर कर लें पूरा, वरना दोबारा नहीं मिलेगा मौका

कारोबारIndiGo Cancellation Chaos: 10 दिन में इंडिगो की 4,000 से ज़्यादा उड़ानें रद्द, 1000 करोड़ रुपये का नुकसान?, दिल्ली बाजार संगठनों का दावा-25 प्रतिशत की गिरावट?

कारोबारएसयूवी मॉडल 'सेल्टोस' का नया अवतार, 11 दिसंबर की आधी रात से बुकिंग, 25,000 रुपये देकर करें बुक, आखिर क्या है फीचर्स और क्यों खास?

कारोबारभारी बारिश से फसल नुकसान, 53821 किसान को मिलेंगे 116 करोड़ रुपये, हरियाणा में किसान पर पैसों की बरसात?