पंजाब नेशनल बैंक घोटाले को लेकर PNB के एमडी सुनील मेहता के गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि हमने खुद ही जांच एजेंसी से संपर्क किया है. हम लोग इस घोटाले की जांच करेंगे। इसके साथ ही एमडी ने यह भी माना है कि नीरव ने पैसे लौटने की पेशकश की थी।
एमडी सुनील मेहता बैंक ओर से सफाई पेश करते दिखे उन्होंने बताया कि 'सभी जांच एजेंसिया इस पूरे मामले में हमारी मदद कर रही हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि पीएनबी ने कई उतार चढ़ाव देखें हैं इस घोटाले से भी वह जल्दी बाहर निकल जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश पर गलत काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि बैंक ने इस पूरे मामले की जानकारी दी है और बैंक ने ही कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। यह पूरा मामला साल 2011 से शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि 2011 से चल रहे इस कैंसर का इलाज कर रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एमडी ने इस घोटाले को कैंसर का नाम दिया।
बता दें कि इससे पहले बुधवार (14 फ़रवरी) को पीएनबी ने बताया था कि उसकी दक्षिणी मुंबई स्थित एक शाखा से करीब साढ़े 11 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है। नीरव मोदी ने इस मामले पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन उनकी कंपनी फायरस्टार डायमण्ड ने मीडिया से कहा है कि उसका इस धोखाधड़ी से कोई लेना-देना नहीं है।
सीबीआई ने 29 जनवरी को नीरव मोदी, उनकी पत्नी अमी मोदी, भाई निशाल मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत पर ये मामला दर्ज किया था। 13 फरवरी को पंजाब नेशनल बैंक ने सीबीआई में एक अन्य शिकायत दर्ज करायी जिसमें बैंक को 11500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का दावा किया गया है।