केंद्र सरकार ने 15 वर्ष में पहली बार उठाया ऐसा कदम, गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने की तैयारी, मार्च 2024 तक स्टॉक लिमिट लागू की, जानें पूरा मामला

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 12, 2023 20:20 IST2023-06-12T20:18:44+5:302023-06-12T20:20:04+5:30

खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा, ‘‘पिछले महीने में गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। मंडी स्तर पर कीमतों में करीब आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, थोक और खुदरा कीमतों में इतना इजाफा नहीं हुआ है, लेकिन सरकार ने गेहूं पर स्टॉक सीमा लगा दी है..।’’

pm narendra modi For first time in 15 years central government took such step prepar rein rising prices of wheat implemented stock limit till March 2024 know matter | केंद्र सरकार ने 15 वर्ष में पहली बार उठाया ऐसा कदम, गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने की तैयारी, मार्च 2024 तक स्टॉक लिमिट लागू की, जानें पूरा मामला

देश के पास गेहूं का पर्याप्त भंडार है।

Highlightsथोक उपभोक्ताओं और व्यापारियों को 15 लाख टन गेहूं बेचने का भी फैसला किया है।गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध भी जारी रहेगा।देश के पास गेहूं का पर्याप्त भंडार है।

नई दिल्लीः सरकार ने 15 वर्ष में पहली बार गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सोमवार को मार्च, 2024 तक तत्काल प्रभाव से गेहूं पर भंडारण सीमा (स्टॉक लिमिट) लागू कर दी। सरकार ने खुला बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत पहले चरण में केंद्रीय पूल से थोक उपभोक्ताओं और व्यापारियों को 15 लाख टन गेहूं बेचने का भी फैसला किया है।

खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा, ‘‘पिछले महीने में गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। मंडी स्तर पर कीमतों में करीब आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, थोक और खुदरा कीमतों में इतना इजाफा नहीं हुआ है, लेकिन सरकार ने गेहूं पर स्टॉक सीमा लगा दी है..।’’

यह ‘स्टॉक लिमिट’, व्यापारियों, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं, बड़ी खुदरा श्रृंखला विक्रेताओं और प्रसंस्करणकर्ताओं पर 31 मार्च, 2024 तक के लिए लगाई गई है। गेहूं पर आयात शुल्क कम करने के बारे में सचिव ने कहा कि नीति में बदलाव की कोई योजना नहीं है क्योंकि देश में पर्याप्त आपूर्ति है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘देश के पास गेहूं का पर्याप्त भंडार है। किसानों और व्यापारियों के पास स्टॉक है और कुछ असामाजिक तत्वों के पास भी स्टॉक हैं। हम आयात के बारे में नहीं सोच रहे हैं क्योंकि देश में गेहूं की कोई कमी नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि गेहूं के अलावा सरकार ने ओएमएसएस के तहत चावल को उतारने का फैसला किया है और इसकी मात्रा के बारे में बाद में अंतिम रूप से तय किया जाएगा। अधिकारी ने यह भी कहा कि चीनी के और निर्यात की अनुमति देने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

Web Title: pm narendra modi For first time in 15 years central government took such step prepar rein rising prices of wheat implemented stock limit till March 2024 know matter

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