पीएम मोदी के दौरे पर ट्रंप ने चला ये दांव, चीनी ट्रेड वॉर से हिले अमेरिका को भारत का सहारा!
By आदित्य द्विवेदी | Published: September 22, 2019 10:49 AM2019-09-22T10:49:44+5:302019-09-22T10:51:17+5:30
भारत के प्रधानमंत्री मोदी भी इस डील के जरिए एक तीर से दो शिकार करना चाहते हैं। पहला, निवेश संकट से जूझ रहे भारतीय बाजारों को विदेशी निवेश मिलेगा। दूसरा, कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा हटाने के बाद अमेरिका समर्थन में खड़ा हो जाएगा।
अमेरिका और चीन के बीच काफी समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। इससे दोनों देशों के व्यावसायिक हित प्रभावित हुए और खासा नुकसान उठाना पड़ा है। इस बीच अमेरिका को नुकसान की भरपाई के लिए भारत और जापान से उम्मीदें हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इसी हफ्ते भारत के साथ एक नई व्यावसायिक डील का ऐलान कर सकते हैं।
भारत के साथ अमेरिका की यह डील ट्रंप के लिए संजीवनी साबित होगी जिन्होंने देश के किसानों और उत्पादकों को नया बाजार देने का वादा किया है। गौरतलब है कि चीन के साथ ट्रेड वॉर से अमेरिका के किसान और उत्पादक बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। माना जा रहा है कि भारत के साथ इस सौदे का फोकस कुछ विशेष सेक्टर पर रहेगा। जापान के साथ भी अमेरिका ऐसी ही एक मिनी डील की उम्मीद कर रहा है।
भारत के प्रधानमंत्री मोदी भी इस डील के जरिए एक तीर से दो शिकार करना चाहते हैं। पहला, निवेश संकट से जूझ रहे भारतीय बाजारों को विदेशी निवेश मिलेगा। दूसरा, कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा हटाने के बाद अमेरिका समर्थन में खड़ा हो जाएगा। हालांकि, दोनों देशों के बीच कई और मुद्दे और विवाद इस सौदे में अछूते रहेंगे। व्यापारिक सौदे पर मतभेद भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों में एक प्रमुख अड़चन के रूप में सामने आए हैं।
यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) की अध्यक्ष निशा देसाई बिस्वाल ने कहा कि हम इस यात्रा के दौरान किसी तरह की घोषणाओं की संभावनाओं को देख रहे हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका का भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पिछले साल 142 अरब डॉलर का रहा। अगर चीन के विकल्प के तौर पर भारत को देख रहा है तो अमेरिका के साथ इस व्यापार में कई गुना की बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल अमेरिका चीन के साथ कुल 737 अरब डॉलर का व्यापार करता है।
ह्यूस्टन में रविवार को पीएम मोदी ने ऊर्जा कंपनियों के सीईओ और अन्य समुदाय के लोगों के साथ बैठक की। इसके बाद हाउडी मोदी ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा। ह्यूस्टन के बाद मोदी न्यूयार्क जाएंगे जहां वह 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे। मोदी मंगलवार को ट्रंप से न्यूयार्क में मिलेंगे। पिछले चार महीने में दोनों नेताओं की यह चौथी बैठक होगी।