पाकिस्तान के चीनी आयात खोलने से भारत के लिए नये बाजार का रास्ता खुलेगा: इस्मा
By भाषा | Updated: April 1, 2021 22:04 IST2021-04-01T22:04:59+5:302021-04-01T22:04:59+5:30

पाकिस्तान के चीनी आयात खोलने से भारत के लिए नये बाजार का रास्ता खुलेगा: इस्मा
नयी दिल्ली, एक अप्रैल भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान द्वारा चीनी आयात फिर से शुरू करने से भारत के लिए एक और बाजार खुल जाएगा और देश को इस वर्ष सितंबर माह के अंत तक 60 लाख टन चीनी निर्यात के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
इस्मा ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने 5,00,000 टन चीनी आयात की अनुमति दी है, और हाल ही में भारत से भी चीनी आयात की अनुमति दी है।
इस्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तान द्वारा चीनी आयात फिर से शुरू करने से भारत के सामने चीनी निर्यात के लिए एक और बाजार खुल जाएगा और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि सितंबर 2021 तक 60 लाख टन चीनी निर्यात लक्ष्य को पूरा किया जाए।’’
भारत ने चालू 2020-21 सत्र (अक्टूबर-सितंबर) के लिए 60 लाख टन का अनिवार्य चीनी कोटा निर्धारित किया है।
इस्मा के अनुसार, भारतीय मिलों की ओर से इस साल के निर्यात कार्यक्रम के लिए अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है, भले ही कोटा की घोषणा दिसंबर 2020 के अंत में की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘बाजार की रिपोर्ट उत्साहजनक है, जो संकेत देती है कि अब तक लगभग 45 से 46 लाख टन के अनुबंध किए जा चुके हैं।’’
इसके अलावा, वर्ष 2021-22 सत्र के लिए सीएस ब्राज़ील में चीनी मिलों के शुरू होने में कथित देरी के कारण अगले एक-दो महीनों में अनुबंधों की संभावना और बढ़ सकती है। ब्राजील में चीनी मिलों ने एक अप्रैल 2021 से काम करना शुरू किया है।
ईरान को चीनी निर्यात के बारे में, इस्मा ने कहा कि यह पता चला है कि भारत सरकार ईरान को चीनी निर्यात की सुविधा के लिए वैकल्पिक मुद्रा विनिमय विकल्प खोजने के लिए काम कर रही है और ‘‘हम इसके जल्द समाधान को लेकर आशान्वित हैं’’।
इस्मा के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चालू वर्ष 2020-21 सत्र में मार्च तक चीनी उत्पादन बढ़कर दो करोड़ 77 लाख टन हो गया है, जो एक साल पहले की समान अवधि में दो करोड़ 33 लाख टन था।
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