ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी के 100 से अधिक युवा हुए बेराेजगार, युवाओं ने बदल लिया राेजगार
By वसीम क़ुरैशी | Updated: August 8, 2021 20:33 IST2021-08-08T20:31:54+5:302021-08-08T20:33:31+5:30
6 साल पहले नागपुर एयरपाेर्ट से एयर एशिया, ट्रूजेट, इंटरनेशनल डायवर्शन्स, प्रायवेट जेट्स और गाे एयर के लिए ग्राउंड हैंडलिंग का काम देखने वाली एजेंसी का काम मार्च 2020 से बंद हाे गया.

एआईएएसएल पूर्व में एयर इंडिया एयर ट्रांसपाेर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईएटीएसएल) के रूप में जानी जाती थी. (फाइल फोटो)
नागपुरः डाॅ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर 2014 से ग्राउंड हैंडलिंग कर रही जेनस एविएशन का नागपुर से काम बंद हाे चुका है. इसके साथ ही इसमें काम करने वाले करीब 100 युवा बेराेजगार हाे गए हैं. ये अब एआईएएसएल की ओर उम्मीद भरी निगाह से देख रहे हैं लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी है.
6 साल पहले नागपुर एयरपाेर्ट से एयर एशिया, ट्रूजेट, इंटरनेशनल डायवर्शन्स, प्रायवेट जेट्स और गाे एयर के लिए ग्राउंड हैंडलिंग का काम देखने वाली एजेंसी का काम मार्च 2020 से बंद हाे गया. सूत्राें के अनुसार गाे एयर के साथ कांट्रैक्ट खत्म हाे जाने पर इस एयरलाइंस ने भी एयर इंडिया एयरपाेर्ट सर्विसेस लिमिटेड से ग्राउंड हैंडलिंग (एआईएएसएल) की सेवाएं लेनी शुरू कर दीं.
एआईएएसएल पूर्व में एयर इंडिया एयर ट्रांसपाेर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईएटीएसएल) के रूप में जानी जाती थी. एयर इंडिया की ये सब्सिडेरी कंपनी ज्यादा और आधुनिक साधनाें के साथ सेवाएं दे रही हैं. बताया गया है कि इसमें अलग-अलग शिफ्ट में 18-18 कर्मचारी कार्य करते हैं.
जेनस एविएशन के जाने के बाद बेराेजगार हुए अनुभवी व अधिकांश नागपुर निवासी युवा इस कंपनी में सेवाएं देने के इच्छुक हैं लेकिन एआईएएसएल से उन्हें काेई प्रतिसाद नहीं मिला है. सूत्राें ने बताया कि जेनस के जाने के बाद कई बेराेजगार युवाओं ने दूसरा राेजगार अपना लिया. वहीं करीब 25 युवा अब भी अपने पुराने काम से ही जुड़ना चाहते हैं.