नयी दिल्ली, 27 दिसंबर बिजली उत्पाद निर्माता कंपनी माइक्रोटेक ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 1,600 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है। यह करीब 23 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि यह वृद्धि कंपनी के इन्वर्टर और अन्य व्यवसायों की अगुवाई में हासिल की जायेगी।
माइक्रोटेक के डिप्टी-चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सौरभ गुप्ता ने कहा कि मौजूदा समय में कंपनी की ‘इन्वर्टर’ और घरेलू ‘यूपीएस’ बाजार में लगभग 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और उसका लक्ष्य अगले दो वर्षों में तेजी से बढ़ते इस खंड में अपनी बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाकर लगभग 50 प्रतिशत करने का है।
इसके अलावा, कंपनी ने ई-वाहन चार्जर (ई-रिक्शा के लिए), स्वास्थ्य सेवा उत्पाद और समाधान, सौर उत्पाद, स्टेबलाइजर्स जैसे अन्य क्षेत्रों में भी विविधीकरण किया है। कंपनी मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश के बद्दी में भविष्य की मांग को पूरा करने के मकसद से नए संयंत्र की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।
गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘कारोबार के मामले में हम लगभग 1,600 करोड़ रुपये (लगभग) का स्तर हासिल करने की उम्मीद करते हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 1,300 करोड़ रुपये था।’’
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए माइक्रोटेक का 55 प्रतिशत राजस्व उसके इन्वर्टर और यूपीएस कारोबार से आया और जबकि बाकी अन्य खंडों से आया।
गुप्ता ने कहा, ‘‘इस (वित्त) वर्ष हमें उम्मीद है कि यह लगभग 50 प्रतिशत होगा, क्योंकि अन्य क्षेत्रों से योगदान बढ़ रहा है।’’
कंपनी की वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 10 विनिर्माण इकाइयां हैं।
कंपनी की एक और इकाई आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में बनने जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इलेक्ट्रिकल खंड में भी निवेश किया है, जिसमें हमारे पास एमसीबी, वितरण बोर्ड और आरसीसीबी जैसी तार और केबल और सर्किट सुरक्षा उपकरणों की पूरी श्रृंखला है।’’
घरेलू इन्वर्टर और यूपीएस का बाजार करीब 2,000 करोड़ रुपये का है, जो सालाना पांच से 10 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
गुप्ता ने आगे कहा कि माइक्रोटेक ने महामारी की पहली लहर के दौरान स्वास्थ्य उत्पादों और समाधान कारोबार में भी कदम रखा था।
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