Microsoft Video Calling: 2011 में 8.5 अरब डॉलर में खरीदा?, मई में ‘वीडियो कॉलिंग’ सेवा ‘स्काइप’ बंद, क्या करेंगे उपयोगकर्ता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 1, 2025 12:18 IST2025-03-01T12:18:00+5:302025-03-01T12:18:54+5:30
Microsoft Video Calling: माइक्रोसॉफ्ट ने वर्षों से स्काइप की तुलना में टीम्स को प्राथमिकता दी है और इसे बंद करने का निर्णय इस तकनीकी दिग्गज की अपने मुख्य संचार ऐप को सुव्यवस्थित करने की इच्छा को दर्शाता है, क्योंकि उसे कई प्रतिस्पर्धियों का सामना करना पड़ रहा है।

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Microsoft Video Calling: प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ‘वीडियो कॉलिंग’ सेवा ‘स्काइप’ को बंद कर रहा है। लोगों के ऑनलाइन संचार के तरीके में परिवर्तन लाने में मदद करने वाली इस सेवा को उसने 2011 में 8.5 अरब डॉलर में खरीदा था। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि वह मई में स्काइप को बंद कर देगी और अपनी कुछ सेवाओं को अपने प्रमुख वीडियोकांफ्रेंस और टीम एप्लीकेशन प्लेटफॉर्म ‘माइक्रोसॉफ्ट टीम्स’ पर स्थानांतरित कर देगी। स्काइप उपयोगकर्ता ‘टीम्स’ में लॉग इन करने के लिए अपने मौजूदा खातों का उपयोग कर सकेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट ने वर्षों से स्काइप की तुलना में टीम्स को प्राथमिकता दी है और इसे बंद करने का निर्णय इस तकनीकी दिग्गज की अपने मुख्य संचार ऐप को सुव्यवस्थित करने की इच्छा को दर्शाता है, क्योंकि उसे कई प्रतिस्पर्धियों का सामना करना पड़ रहा है।
एस्टोनिया के टालिन में 2003 में इंजीनियर के एक समूह द्वारा स्थापित स्काइप ‘लैंडलाइन’ के बजाय इंटरनेट का उपयोग करके टेलीफोन कॉल की सुविधा उपलब्ध कराने में अग्रणी था। यह वीओआईपी (वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) तकनीक पर निर्भर था जो ऑडियो को ऑनलाइन प्रसारित डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित करता है। ऑनलाइन रिटेलर ईबे द्वारा 2005 में सेवा खरीदने के बाद स्काइप ने वीडियो कॉल को भी शामिल कर लिया।