मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. (एमईआईएल) 86 करोड़ डॉलर मूल्य (करीब 6,000 करोड़ रुपये) के 47 तेल एवं गैस रिग अगले साल के अंत तक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी लि. को सौंपने के लिये तैयार है। हैदराबाद की बुनियादी ढांचा से जुड़ी कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह कहा।उपकरणों से युक्त तेल रिग का उपयोग तेल कुओं की खुदाई में किया जाता है। विविध कारोबार से जुड़ी कंपनी के ऑयल रिग इकाई के प्रमुख कुमार एन.के. ने कहा कि इस इकाई के पास फिलहाल रिग और संबंधित उपकरणों के 1.5 अरब डॉलर मूल्य के आर्डर हैं। इसमें ओएनजीसी को आपूर्ति की जाने वाली 47 रिग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी अगने तीन साल में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार से दो अरब डॉलर मूल्य के आर्डर की उम्मीद कर रही है। कुमार ने कहा, ‘‘ओएनजीसी को 47 रिग की आपूर्ति का 35 महीने का कार्यक्रम है। हमें 2019 में अंतरराष्ट्रीय बोली प्रक्रिया के जरिये आर्डर मिला। हम 20 रिग चालू वित्त वर्ष के अंत तक और 27 की आपूर्ति अगले साल के अंत तक कर देंगे।’’ अधिकारी ने कहा कि रिग का विनिर्माण ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत नीति के तहत किया जा रहा है। एमईआईएल देश में पहली निजी कंपनी है, जिसने स्वदेशी तकनीक का उपयोग कर तेल एवं गैस की खोज करने वाला रिग बनाया है। कंपनी ने तेल एवं गैस खुदाई के मामले में इटली की विशेषज्ञ कंपनी ड्रिलमेक का अधिग्रहण किया है। कंपनी के रिग विनिर्माण के कारखाने हैदराबाद और काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) में हैं। कंपनी के 1,500 एचपी का भूक्षेत्र में खुदाई करने वाली रिग 4,000 मीटर तक तेल कुऐं की खुदाई कर सकती है। अब तक इस मशीन का आयात करना पड़ता था।
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