नई दिल्लीः भारत की विकास दर धीमी पड़ सकती है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को 'विश्व आर्थिक विकास' पर अपने नवीनतम अनुमान जारी किए जिसमें 2023 में 6.1 प्रतिशत रहने की बात कही है जो 2022 में 6.8 प्रतिशत से था। लेकिन वित्त वर्ष 2024 में भारत के फिर से 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद भी जताई है।
अगले वित्त वर्ष में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2.9 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है, जो चालू वित्त वर्ष में मार्च तक 3.4 प्रतिशत से कम है। इसने वित्त वर्ष 2024 में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि की अनुमान जताया था। मौजूदा अनुमानों के साथ भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
भारत के अलावा बात करें चीन की तो , कोविड -19 प्रतिबंधों में ढील के बीच 2023 में चीन में विकास दर बढ़कर 5.2 प्रतिशत होने का अनुमान है। लेकिन 2024 में फिर 4.5 प्रतिशत तक की गिरावट की उम्मीद है। 2023 में चीन और भारत का वैश्विक विकास में लगभग आधा हिस्सा है।
उभरते बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए विकास में मामूली वृद्धि 2022 में 3.9 प्रतिशत से 2023 में 4 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में इस वर्ष 2.7 प्रतिशत से 1.2 प्रतिशत और अगले साल 1.4 प्रतिशत की गिरावट की उम्मीद है। बढ़ती ब्याज दरों के बीच अगले वित्तीय वर्ष में अमेरिका में विकास दर घटकर 1.4 प्रतिशत रह जाएगी। यूक्रेन में युद्ध, ऊर्जा संकट और कड़ी मौद्रिक नीति के बीच यूरो क्षेत्र चालू वित्त वर्ष में 3.5 प्रतिशत से 2023 में 0.7 प्रतिशत तक गिरने का अनुमान है।