वाशिंगटन, 10 फरवरी भारत की एक दवा विनिर्माता कंपनी को 2013 में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा उसके संयंत्र के निरीक्षण से पहले रिकॉर्ड छुपाने और नष्ट करने के लिए दोषी मानते हुए अमेरिकी न्याय विभाग ने पांच करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है।
नेवादा जिले की संघीय अदालत में दायर एक आपराधिक मुकदमे में मंगलवार को फ्रेजेनियस काबी ऑन्कोलॉजी लिमिटेड (एफकेओएल) को एफडीए कानूनों के उल्लंखन का दोषी पाया गया, जो जांच के दौरान एफडीए को जरूरी दस्तावेज नहीं दे सका।
एक आपराधिक समाधान के तहत एफकेओएल ने इस अपराध के लिए खुद को दोषी स्वीकार किया और उस पर तीन करोड़ डॉलर का आपराधिक जुर्माना तथा दो करोड़ डॉलर का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया।
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