"जब नीयत सही होती है, तो नीति सही..., 2014 में हालात एकदम अलग थे", PM मोदी ने RBI के 90वें वर्ष पूरे होने पर कहा
By आकाश चौरसिया | Published: April 1, 2024 11:50 AM2024-04-01T11:50:01+5:302024-04-01T12:07:28+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई के 90 वर्ष पूरे होने पर कहा, "मैं जब 2014 में रिजर्व बैंक के 80 वें वर्ष के कार्यक्रम में आया था, तब हालात एकदम अलग थे। भारत का पूरा बैंकिंग सेक्टर समस्याओं और चुनौतियों से जूझ रहा था"।
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरबीआई के 90 वर्ष पूरे होने पर कहा, "मैं जब 2014 में रिजर्व बैंक के 80 वें वर्ष के कार्यक्रम में आया था, तब हालात एकदम अलग थे। भारत का पूरा बैंकिंग सेक्टर समस्याओं और चुनौतियों से जूझ रहा था। NPA को लेकर भारत के बैंकिंग सिस्टम की स्थिरता और उसके भविष्य को लेकर हर कोई आशंका से भरा हुआ था"।
#WATCH | Mumbai: At the commemoration ceremony of 90 years of the Reserve Bank of India, PM Modi says, "Our government worked on the strategy of recognition, resolution and recapitalisation. The government did a capital infusion of Rs. 3.5 lakh crores to improve the condition of… pic.twitter.com/XH1Vi717WT
— ANI (@ANI) April 1, 2024
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज भारत के बैंकिंग सिस्टम को दुनिया में एक मजबूत और टिकाऊ प्रणाली माना जा रहा है। जो बैंकिंग सिस्टम कभी डूबने की कगार पर था, वो बैंकिंग सिस्टम अब प्रॉफिट में आ गया है और क्रेडिट में रिकॉर्ड वृद्धि दिखा रहा है।
#WATCH | Mumbai: At the commemoration ceremony of 90 years of the Reserve Bank of India, PM Modi says, "In 2014, when I attended the program for the completion of 80 years of the RBI, the situation was very different. The entire banking sector of India was struggling with… pic.twitter.com/juFQi3ZsLs
— ANI (@ANI) April 1, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज देश देख रहा है, जब नीयत सही होती है, तो नीति सही होती है। जब नीति सही होती है, तो निर्णय सही होते हैं। और जब निर्णय सही होते हैं, तो नतीजे सही मिलते हैं।"
3.25 लाख करोड़ रुपए लोन की हुई रिकवरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमारी सरकार ने समस्याओं के निस्तारण, समस्याओं को जानने के लिए और पुनर्पूंजीकरण को लेकर ठोस रणनीति बनाते हुए काम किया है। सरकार ने सरकारी बैंकों में अभी तक कुल 3.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिससे बैंकों की स्थिति में सुधार किया जा सके। इसके अलावा गर्वनेंस से जुड़े मुद्दों पर भी रिफॉर्म किए। दिवालिया हुए 3.25 लाख करोड़ रुपए लोन की भी रिकवरी कर ली गई है।