कश्मीर तनाव के बीच रुपये की कीमत में ऐतिहासिक गिरावट, जानें इसके फायदे और नुकसान
By आदित्य द्विवेदी | Published: August 5, 2019 11:01 AM2019-08-05T11:01:35+5:302019-08-05T11:01:35+5:30
सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 98 पैसे गिरकर 70.58 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
कश्मीर पर जारी अनिश्चितता और तनाव के बीच रुपये की कीमत में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 98 पैसे गिरकर 70.58 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 54 पैसे की कमजोरी के साथ 69.59 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। माना जा रहा है कि आजादी के बाद रुपया सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है।
कमजोर वैश्विक रुख के बीच विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी से बीएसई का सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 531 अंक गिरकर 37,000 अंक के नीचे आ गया। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 531.94 अंक यानी 1.43 प्रतिशत गिरकर 36,586.28 अंक पर आ गया।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 171.05 अंक यानी 1.56 प्रतिशत गिरकर 10,826.30 अंक पर चल रहा है। कश्मीर मुद्दों को लेकर भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
रुपया कमजोर होने के नुकसान
- डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से आयात महंगा हो जाएगा।
- भारत का चालू खाता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है।
- कच्चे तेल का आयात महंगा होने से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ सकते हैं।
- विदेश में शिक्षा और छुट्टियां बिताना महंगा हो जाएगा।
रुपया कमजोर होने का फायदा
- निर्यातकों के लिए रुपया कमजोर होने से फायदा होगा।
- कमजोर रुपये से सभी निर्यात आधारित उद्योगों को लाभ होता है।
कश्मीर में अधिकारियों ने संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके अलावा मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और रविवार रात को कई नेताओं को "गिरफ्तार" या "हिरासत" में लिया गया है। शेयर बाजार के पास मौजूद प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक , विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 2,888.06 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक सोमवार को शुरू हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए नीतिगत ब्याज दर में कटौती की जा सकती है। यह लगातार चौथी कटौती होगी। अन्य एशियाई बाजारों में , शंघाई कंपोजिट सूचकांक , हेंगसेंग , निक्की और कॉस्पी में भी शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर