नयी दिल्ली, नौ दिसंबर गोवा माइनिंग पीपुल्स फ्रंट (जीएमपीएफ) ने बुधवार को कहा कि गोवा में लगातार तीसरा खनन सत्र खाली गया, जिससे राज्य को 3,500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
जीएमपीएफ ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा कोविड-19 महामारी ने भी राज्य की दुखती आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुंचाया है।
उच्चतम न्यायालय द्वारा 88 खनन पट्टों को रद्द करने के बाद गोवा में 15 मार्च 2018 से खनन बंद है।
जीएमपीएफ के अध्यक्ष पुती गोनकर ने कहा, ‘‘गोवा ने लगातार तीसरे खनन सत्र को खो दिया है, जिससे राज्य को 3,500 करोड़ रुपये के राजस्व की क्षति हुई है। हम सभी राज्य में खनन मुद्दे का तेजी से समाधान होने की राह देख रहे हैं और उच्चतम न्यायालय में अगली सुनवाई को लेकर आशान्वित हैं।’’
जीएमपीएफ ने कहा कि खनन बंद होने के कारण लगभग 60,000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार से हाथ धोना पड़ा है।
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