देश में चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून की तिमाही में इक्विटी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का प्रवाह दोगुना से अधिक होकर 17.57 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को कहा गया है कि नीतिगत सुधारों तथा कारोबार सुगमता की वजह से एफडीआई प्रवाह बढ़ा है। बयान में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष के पहले तीन माह में देश में कुल एफडीआई का प्रवाह 22.53 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 11.84 अरब डॉलर था। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एफडीआई इक्विटी प्रवाह 168 प्रतिशत बढ़कर 17.57 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 6.56 अरब डॉलर था। कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में सबसे अधिक 27 प्रतिशत हिस्सेदारी वाहन क्षेत्र की रही। उसके बाद कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर (17 प्रतिशत) और सेवा क्षेत्र (11 प्रतिशत) का हिस्सा रहा। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 48 प्रतिशत हिस्सा अकेले कर्नाटक को मिला। उसके बाद महाराष्ट्र का 23 प्रतिशत तथा दिल्ली का 11 प्रतिशत हिस्सा रहा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने कहा कि सरकार द्वारा एफडीआई नीति के मोर्चे पर उठाए गए कदमों, निवेश सुगमता और कारोबार सुगमता से देश में एफडीआई का प्रवाह बढ़ा है।
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